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ई-कॉमर्स कंपनी का मालिक बना कालेज टीचर,अरबों की संपत्ति हैं-छात्रों को देगा लेक्चर
ई-कॉमर्स के इस युग में कोई अपना अरबों का कारोबार ना करके कॉलेज में टीचर बन जाए तो उसे क्या कहा जाएगा। लेकिन ऐसा हुआ है,अरबों की संपत्ति के मालिक ने छात्रों को लेक्चर देना पसंद किया है। बात कर रहे हैं चीन की दिग्गज ई.कॉमर्स कंपनी अलीबाबा समूह (China leading e-commerce company Alibaba Group) के सह-संस्थापक जैक मा की। जैक मा (Jack Ma) अब प्रतिष्ठित टोक्यो विश्वविद्यालय के शोध संस्थान (Visiting Professor at Tokyo College)टोक्यो कॉलेज में अतिथि प्राध्यापक होंगे। विश्वविद्यालय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि जैक मा टिकाऊ कृषि और खाद्य उत्पादन में रिसर्च करेंगे। जैक मा एक परोपकारी संस्था जैक मा फाउंडेशन के प्रमुख भी हैं।
कॉरपोरेट प्रबंधन पर अपने अनुभव छात्रों से साझा करेंगे
अलीबाबा समूह के सह.संस्थापक जैक मा उद्यमिता, कॉरपोरेट प्रबंधन और नवाचार पर अपने समृद्ध अनुभव और अग्रणी ज्ञान को छात्रों और शिक्षकों के साथ साझा करेंगे। चीनी नियामकों ने अलीबाबा समूह की वित्तीय सहयोगी आंट ग्रुप के जरिए आईपीओ लाने की योजना को 2020 में रोक दिया था। इसके अलावा अलीबाबा को जांच के दायरे में भी लाया गया था। ऐसा उस वक्त हुआ था जब उन्होंने शंघाई (Shanghai) में एक भाषण के दौरान चीन के नियामकों और वित्तीय प्रणालियों की आलोचना की थी।
कभी चीन के सबसे अमीर व्यक्ति थे
टोक्यो विश्वविद्यालय ने कहा कि जैक मा की नियुक्ति सोमवार को शुरू हुई और अक्टूबर के अंत तक चलेगी। जैक मा ने वर्ष 1990 के दशक में ई.कॉमर्स फर्म अलीबाबा की स्थापना की थी और वह (Once Richest man in China) कभी चीन के सबसे अमीर व्यक्ति थे।
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