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व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर “व्यवस्था बर्बाद” करना बंद करे सुख सरकार
शिमला। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर (Leader of Opposition Jairam Thakur) ने क्रस्ना लैब द्वारा प्रदेश भर में टेस्ट बंद करने पर राज्य सरकार (state government) पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर पहले से चल रही व्यवस्थाओं का कबाड़ा कर दिया गया है। पैसा बाक़ी रहने के कारण अस्पतालों में होने वाली नियमित टेस्ट (Routine Test) रोक दिए हैं। कंपनियां अपने बकाए पैसे की मांग कर रही हैं। सरकार सो रही है और बीमार लोगों को दर-दर भटकने पर मजबूर होना पड़ रहा है। बिना टेस्ट के इलाज कैसे होगा? सरकार को इस बात का की जानकारी होनी चाहिए। नेता प्रतिपक्ष ने सीएम ( CM) से टेस्ट को तुरंत बहाल करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार को इस तरह की लापरवाही बंद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भले ही सत्ता झूठ बोल कर हासिल की है तो लेकिन उसे चलाने में सरकार गंभीरता दिखाए तो बेहतर रहेगा।
मरीज़ों की डायलिसिस बंद,ऑक्सीजन प्लांट बंद
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कभी पैसा ना देने के कारण लोगों के ऑपरेशन (operation) नहीं हो रहे हैं तो कभी इलाज नहीं हो रहा है। सरकार की उदासीनता के कारण मरीज़ों की डायलिसिस बंद कर दी जा रही हैं तो कभी ऑक्सीजन प्लांट (oxygen plant) बंद कर दिए जा रहे हैं। प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं भगवान भरोसे नहीं चलेंगी। सरकार ज़िम्मेदारी से काम करे। सरकार प्रदेशवासियों को बताए कि आख़िर ऐसी नौबत क्यों आई। इसके अलावा हिमकेयर का पैसा भी सरकार द्वारा नहीं दिया गया है। अगर सरकार इसी ढर्रे पर चलती रही तो आने वाले समय में हालात और बिगड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार लोगों के स्वास्थ्य को गंभीरता से ले क्योंकि जान बहुत क़ीमती होती है।
सदन के अंदर आगाह करने के बाद भी सोई रही सरकार
नेता प्रतिपक्ष कहा कि यह सभी मुद्दे सदन में उठाए गए थे और सरकार को आगाह किया था कि सरकार जिस ढर्रे पर चल रही है आने वाले दिनों में लोगों को इलाज लिए भटकना पड़ेगा। हमने कहा भी था कि प्रदेश के लोगों के स्वास्थ्य के साथ हम खिलवाड़ नहीं होने देंगे। सरकार की तरफ़ से हमें आश्वस्त भी किया गया था कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं सुचारू ढंग से चलती रहेगी। स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रही संस्थाओं के भुगतान किए जाएंगे। इसके बाद भी ऐसी नौबत आ रही है। इससे यह साफ़ है कि सरकार प्रदेश के लोगों के न स्वास्थ्य को लेकर गंभीर है और न ही विकास और सुविधाओं को लेकर। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार अपना रवैया बदले और अपनी जिम्मदारियों को समझे नहीं तो प्रदेशव्यापी आंदोलन के लिए तैयार रहे।