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2014 के बाद जेबीटी में चयनित उम्मीदवारों के दस्तावेजों की जांच की उठी मांग
Last Updated on July 12, 2021 by Sintu Kumar
मंडी। हिमाचल प्रदेश जेबीटी/डीएलएड प्रशिक्षित बेरोजगार संघ ( JBT D.El.Ed Trained Unemployed Union) ने 2014 से लेकर अब तक जेबीटी( JBT) की सभी प्रकार की भर्तियों में चयनित उम्मीदवारों के दस्तावेजों की जांच की मांग उठाई है। इस संदर्भ में आज संघ के सदस्यों ने उप शिक्षा निदेशक मंडी के माध्यम से राज्यपाल, शिक्षा सचिव और विजिलेंस के उच्चाधिकारियों को अपना ज्ञापन भेज दिया है। जेबीटी/डीएलएड प्रशिक्षित बेरोजगार संघ के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक ठाकुर ने कहा कि 2014 से लेकर अभी तक जेबीटी की सभी प्रकार की भर्तियों में चयनित जितने भी ईटीटी, स्पेशल एजुकेटर या अन्य डिप्लोमा धारक हैं, उनके दस्तावेजों में खामियां पाई गई हैं। प्रथम व द्वितीय वर्ष की मार्कशीट एक ही वर्ष में पूर्ण की गई है। ज्यादातर मार्कशीट में एडिटिंग की गई है और मार्कशीट का फॉर्मेट भी अलग-अलग है।
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अभिषेक ठाकुर ने कहा कि 1 वर्ष में एक सत्र की जारी की मार्कशीट ( Mark sheet)में अलग-अलग सचिव के हस्ताक्षर हैं और ज्यादातर मार्कशीट हाथों से लिखी हुई हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर शिक्षा बोर्ड से आरटीआई से प्राप्त जानकारी के अनुसार 2003 से लेकर 2007 तक जितना भी ईटीटी का रिकॉर्ड है वह सीबीआई ने जब्त किया हुआ है। बेरोजगार संघ ने राज्यपाल से मांग की है कि इस मामले पर शीघ्र अति शीघ्र एक जांच आयोग बैठाया जाए और अपने स्तर पर इन सभी के दस्तावेजों की जांच करें। यदि सरकार व विभाग इसकी जांच नहीं करवाता है तो फिर प्रशिक्षित बेरोजगार संघ को इसके लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा।