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J&K: 3 BJP नेताओं की हत्या के पीछे लश्कर; अनंतनाग में संदिग्ध कार बरामद
Last Updated on October 30, 2020 by
श्रीनगर। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के कुलगाम जिले में बीती रात बीजेपी (BJP) के तीन नेताओं की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। अब इस वारदात को लेकर सूबे समेत पूरे देश में सवाल उठने शुरू हो गए हैं। सेना आतंकियों की तलाश में जुटी हुई है। इस पूरे मामले पर जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजी (IG) का कहना है कि हमने 5 अगस्त के पहले 16 से 19 लोगों की लिस्ट बनाई थी और इन लोगों को अलग-अलग होटल में रखा गया था। इनमें फिदा हुसैन भी थे, लेकिन कुछ दिन पहले वह शपथ पत्र देकर घर चले आए थे।
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उन्होंने कहा कि हम जांच करेंगे कि वह घर से इतनी दूर क्या करने आए थे, जहां उनकी हत्या हो गई। बक़ौल पुलिस, ‘यह प्री-प्लान अटैक लग रहा है। गाड़ी का पीछा किया गया और फिर आतंकियों की ओर से गोली मारी गई है।’ बताया गया कि पाकिस्तान स्पॉन्सर टेरिज्म है। वहीं से लोगों को धमकी दी जाती है और लोगों की हत्या करने का प्लान रचा जाता है। इस मामले में लोकल के तीन आतंकियों पर शक है, जिसमें अब्बास शेख, निसार शामिल है। इस बीच पुलिस ने अनंतनाग के अछबल इलाके से एक कार को बरामद किया है। शक है कि इसका इस्तेमाल आतंकियों ने बीजेपी नेताओं की हत्या में किया था।
द रेजिजटैंस फ्रंट ने ली हमले की ज़िम्मेदारी, जानें क्या है यह
इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के ही एक संगठन द रेजिजटैंस फ्रंट (TRF) ने ली है। बहुत लोग ऐसे होंगे जिनके जहन में यह नाम पहली बार आया होगा कि आखिर घाटी में आतंक फैलाने की जिम्मेदारी लेने वाला यह नया आंतकी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) कौन है। दरअसल, यह आतंकी संगठन उस वक्त अपने अस्तित्व में आया, जब भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाया और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के रूप में बांट दिया। घाटी में बड़े आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए पाकस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयब्बा के तीन टॉप आतंकियों द्वारा इस आतंकी संगठन को खड़ा किया गया। कछ जानकारों का मानना है कि इस संगठन को खड़ा करने में जैश और मुजाहिद्दिन के भी आतंकी शामिल हैं।