-
Advertisement
हिमाचल में क्रिप्टोकरेंसी घोटाला: आइए जानें कि कैसे बचें फर्जीवाड़े से
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में भी फर्जी क्रिप्टोकरेंसी (Fake Cryptocurrency) का जाल बिछ गया है। मंडी के रहने वाले हेमराज राजपूत और सुखदेव ठाकुर नाम के दो लोगों को SIT ने गुजरात से गिरफ्तार किया है। साइबर क्राइम पुलिस से बार-बार अनुरोध करने के बाद भी लोग क्रिप्टोकरेंसी रैकेट के चंगुल में फंस रहे हैं। लोगों से वादा किया जाता है कि कम समय में क्रिप्टो में उनका निवेश दोगुना हो जाएगा (Double The Money) और इसी लालच में लोग जाल में फंसते जाते हैं। इससे बचने के लिए जानते हैं कि इस गोरखधंधे में गलीचा बिछाने से लेकर गलीचा खींचने तक के क्या मायने हैं और ठग यह काम कैसे कर लेते हैं। घोटालेबाजों ने कम अवधि में उच्च रिटर्न (High Return) का वादा करके पूरे हिमाचल प्रदेश में हजारों लोगों क्रिप्टो परिसंपत्तियों में पैसा निवेश करवाकर अनुमानित 200 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है।
यह एक पोंजी स्कीम है
असल में यह एक पोंजी स्कीम (Ponzi Scheme) है, यानी निवेश की एक चेन बनाकर हासिल किए गए पैसे से पहले संपत्तियां खड़ी करना। फिर निवेशकों को झांसे में रखने के लिए इस परिसंपत्तियों की कीमतें बढ़ा देना और आखिर में परिसंपत्तियों की कीमतें घटाकर माल समेटकर निकल जाना। पुलिस के अनुसार, घोटालेबाजों ने नई क्रिप्टो संपत्तियां लॉन्च कीं और इन डिजिटल मुद्राओं की कीमतें भी बढ़ा दीं, जिसे क्रिप्टो दुनिया में रग पुल (Rug Pull) कहा जाता है।
तो यह गलीचा खींचना क्या है?
रग पुल एक प्रकार का क्रिप्टोकरेंसी घोटाला है, जिसमें एक नई क्रिप्टोकरेंसी प्रोजेक्ट्स के डेवलपर्स परियोजना को छोड़ देते हैं और निवेशकों का पैसा अपने साथ ले जाते हैं। यह कई तरीकों से हो सकता है, जैसे कि परियोजना की लिक्विडिटी गायब हो जाना, परियोजना की वेबसाइट और सोशल मीडिया (Social Media) खातों को अक्षम कर देना, या निवेशकों के लिए अपने टोकन बेचना असंभव बना देना।
यह भी पढ़े:बदले की भावना से कार्रवाई न करे ईडी: सुप्रीम कोर्ट ने दी सख्त नसीहत
सबसे ज्यादा घोटाले गलीचा खींचने के
जालसाज अपने स्वयं के टोकन भी बाजार में फेंक देते हैं, जिससे कीमत में गिरावट आती है। गलीचा खींचना मूल रूप से अंग्रेजी वाक्यांश ‘किसी के नीचे से गलीचा खींचना’ से लिया गया है, जिसका अर्थ है अचानक किसी का सहारा हटाना। क्रिप्टोकरेंसी उद्योग में गलीचा खींचना एक बड़ी समस्या है, हर साल ऐसे घोटालों में अरबों डॉलर का नुकसान होता है। वास्तव में, चैनालिसिस की एक हालिया रिपोर्ट में पाया गया कि 2021 में सभी क्रिप्टोकरेंसी घोटालों में 36 प्रतिशत से अधिक का योगदान है।
गलीचा खींचने से कैसे बचें
गलीचा खींचने का शिकार बनने से बचने के कई तरीके हैं। क्रिप्टो निवेशकों को कुछ कारकों पर नजर रखने की जरूरत है:
- अपना शोध करें: किसी भी क्रिप्टोकरेंसी प्रोजेक्ट (Cryptocurrency Project) में निवेश करने से पहले, अपना शोध अवश्य कर लें। यह समझें कि प्रोजेक्ट क्या हासिल करने की कोशिश कर रहा है। प्रोजेक्ट के पीछे की टीम को देखें और देखें कि क्या उनका ट्रैक रिकॉर्ड (Track Record) अच्छा है।
- ऊंचे रिटर्न को लेकर रहें सतर्क: उच्च रिटर्न और कम जोखिम वाली परियोजनाओं (Low Risk Projects) से सावधान रहें। यदि कोई परियोजना कम जोखिम के साथ उच्च रिटर्न का वादा करती है, तो यह निश्चित रूप से एक बड़ा घोटाला है। क्रिप्टोकरेंसी एक अस्थिर परिसंपत्ति वर्ग है, और इसमें गारंटीकृत निवेश जैसी कोई चीज नहीं है।
- सोशल मीडिया के प्रचार से बचें: उन परियोजनाओं से सावधान रहें, जिनका अत्यधिक प्रचार-प्रसार (Publicity) किया जाता है। घोटालेबाज अक्सर अपनी परियोजनाओं को प्रचारित करने के लिए सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्मों का उपयोग करते हैं। ऐसे किसी भी प्रोजेक्ट से सावधान रहें, जिसका बिना किसी तथ्य के भारी प्रचार किया जा रहा हो।
- जोखिम सहनशीलता: केवल उतना ही निवेश करें जितना आप खोने का जोखिम उठा सकते हैं। क्रिप्टोकरेंसी एक उच्च जोखिम वाला निवेश है, इसलिए उतना ही पैसा लगाएं, जिसके डूबने पर आपको ज्यादा नुकसान न उठाना पड़े।
हिमाचल और देश-दुनिया की ताजा अपडेट के लिए Follow the Himachal Abhi Abhi WhatsApp Channel