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शहीद अंकेश पंचतत्व में हुए विलीन, पिता ने बैंडबाजे के साथ किया लाल को विदा
Last Updated on February 13, 2022 by sintu kumar
घुमारवीं। अरूणाचल के केमांग में हिमस्खलन की चपेट में आकर शहीद हुए बिलासपुर जिला के सेऊ गांव के जवान अंकेश भारद्वाज का पूऱे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। छोटे भाई आकाश भारद्वाज ने बड़े भाई की पार्थिव देह को मुखाग्नि दी। इस दौरान शहीद अंकेश को सैंकड़ों लोगों ने अश्रुपूर्ण विदाई दी। पुरुषों के साथ महिलाएं भी शहीद को श्रद्धांजलि देने मुक्ति धाम पहुंची।
आज सुबह 22 वर्षीय शहीद अंकेश की पार्थिव देह को भोटा स्थित विश्रामगृह से सेऊ गांव लाते समय पिता की इच्छा के अनुसार उसका स्वागत बैंडबाजों के साथ किया गया। अंकेश की पार्थिव देह के घर पहुंचने से पहले पूरे घर में राष्ट्रीय ध्वज लगाने के साथ-साथ घर को शादी समारोह की तरह सजाया गया था। बांचा राम इस दौरान कोट, पेंट, टाई और सिर पर टोपी लगाए हुए थे। शहीद अंकेश को नमन करने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। यहां से राजकीय सम्मान के साथ पार्थिव देह को मुक्तिधाम तक ले जाया गया।
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शहीद के सम्मान में तरघेल से तिरंगा यात्रा और बाइक रैली भी निकाली। इस दोरान शहीद अंकेश के लिए नारे भी लगाए गए। खाद्य आपूर्ति मंत्री राजिंद्र गर्ग सहित कई प्रतिनिधि पहुंचे। एसडीएम राजीव ठाकुर, डीएसपी अनिल सहित अन्य अधिकारियों भी शहीद को अंतिम विदाई दी।
देश के लिए बलिदान देने वाले बिलासपुर जिले के सेऊ गांव के जांबाज सैनिक अंकेश भारद्वाज की पार्थिव देह शनिवार को पठानकोट एयरबेस पहुंची। गई। यहां पर अंकेश को सलामी देने के बाद दोपहर करीब साढ़े 12 बजे घर के लिए रवाना किया गया। पठानकोट से करीब छह घंटे के सफर के बाद अंकेश की पार्थिव देह पैतृक घर पहुंचनी थी, लेकिन रात के समय पार्थिव देह घर न लाने का फैसला लेते हुए पिता ने सुबह लाने की बात कही।
अंकेश भारद्वाज के पिता बांचा राम की रात को बेटे को घर ना लाने की मांग पर प्रशासन ने हमीरपुर जिले में भोटा स्थित विश्रामगृह में अंकेश के पार्थिव देह को रखने की व्यवस्था की गई। शहीद अंकेश के पिता का कहना था कि उनके वीर बेटे को दिन के उजाले में घर लाया जाए, रात के समय उनके बेटे को वो वह सम्मान नहीं दे पाएंगे, जिस सम्मान का हकदार उनका बेटा है। अपने लाल को वो घर से बैंडबाजे के साथ दूल्हे के रूप में विदा करेंगे। उन की इच्छा के अनुसार शहीद की पार्थिव देह सुबह उनके घर पहुंची।