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अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव: छठे दिन भगवान रघुनाथ का मंत्रोच्चारण के साथ हुआ हार श्रृंगार
कुल्लू। अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव (International Dussehra festival) का सोमवार को छठा दिन था। आज भगवान रघुनाथ (Lord Raghunath) के अस्थाई शिविर में छोटी पूजा और मध्यान्ह पूजा विधि विधान और मंत्रोच्चारण के साथ की गई। इसमें भगवान रघुनाथ, माता सीता, नरसिंह भगवान, का हनुमान को विधिवत स्नान के बाद श्रृंगार किया गया। इस दौरान भगवान रघुनाथ के मुख्य सरदार महेश्वर सिंह ने मंत्रोच्चारण के साथ विधिवत पूजा अर्चना की। इस अवसर पर भगवान रघुनाथ के अस्थाई शिविर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भजन कीर्तन कर आशीर्वाद लिया। भगवान रघुनाथ के कारदार दानवेंद्रो ने बताया कि दशहरा उत्सव में प्राचीन परंपराओं का निर्वहन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि माता भगवती भेखली के प्रमुख गुर केसर की कटोरी लेकर राजा महेश्वर सिंह के अस्थाई शिविर में पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि यहां पर माता भगवती की तरफ से केसर की कटोरी और पुष्प आते हैं। इन्हें भगवान रघुनाथ के आसन के पास रखा जाता है। उसके बाद माता सीता की घघरी पहनाई जाएगी।
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माता भगवती भेखली (Mata Bhagwati Bhekhli) के गुर विजय शर्मा ने कहा कि दशहरा उत्सव रथयात्रा के दिन माता भुवनेश्वरी मंदिर की परिक्रमा पर निकलती है और उस दौरान यहां पर रथ यात्रा भी शुरू होती है। उन्होंने कहा कि कभी रथ यात्रा माता की परिक्रमा करने से पहले होती है या कभी माता के परिक्रमा करने के बाद होती है। उन्होंने कहा कि भगवान रघुनाथ की रथ यात्रा ऐतिहासिक रथ मैदान से निकलती है और माता भारत सहित अपने हरियाणा के साथ मंदिर के बाहर निकलती है। आज दशहरा उत्सव का छठा दिन है, जहां पर माता भगवती के केसर की कटोरी लेकर यहां पर राज परिवार के सभी सदस्यों को तिलक लगाया जाता है और केसर की कली बगा रघुनाथ जी के पास जाती है। जहां पर मोहल्ला उत्सव खत्म होने के बाद केसर की कटोरी की भगवती भेखली मंदिर में ले जाया जाता है।
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