-
Advertisement
Video : हवा में घुमाकर बांसुरी बजाता है ये शख्स, अद्भुत कला देखकर आप भी कहेंगे “वाह”
नई दिल्ली। हमारे देश में प्रतिभा की कमी नहीं है। यहां एक से बढ़कर एक कलाकार है, जिन्होंने अपनी कला के जरिए सारी दुनिया को हैरान किया है। आज हम भी एक शख्स के बारे में आपको बताने वाले है जिसकी कला अद्भुत है सबको हैरान कर रही है। ये शख्स बांसुरी (Flute) बजाता है, लेकिन होठों पर रखकर नहीं बल्कि हवा में घुमाकर। जी हां आपने सही पढ़ा, ये शख्स बांसुरी को हवा में हिलाकर उससे मधुर आवाज निकालता है।
यह भी पढ़ें:सात साल की बच्ची अपनी सर्जरी के लिए जुटा रही पैसे, बेकरी में बेच रही नींबू पानी
The ingenuity of the indigenous people.
Here's Maniram Mandawi with his signature swinging bamboo flutes. What does it do? How does it work? Got a minute? Have a look. pic.twitter.com/jnonvfS4eX
— People's Archive of Rural India (@PARInetwork) February 26, 2021
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले (Narayanpur district of Chhattisgarh) के गढ़ बेंगाल गांव में रहने वाले 42 वर्षीय मनीराम इल कला के मास्टर हैं। यह बांस से कई तरह की चीजें बनाते हैं। उन्हीं में से एक है ये बांसुरी, जिसे वह एकदम अनोखे ढंग से बजाते भी हैं। पीपुल्स अर्काइव ऑफ़ रूरल इंडिया ने ट्विटर पर मनीराम मंडावी की एक छोटी क्लिप शेयर की है जिसमें वह बांसुरी को हवा में हिलाकर बजाने की अवधारणा को विस्तार से बता रहे हैं।
Have one. They are brilliant. Interesting point he makes that the forest has been destroyed by his community and can be saved by his community only. I hope the state and central government gives incentives to the adivasi community to protect the forest.
— ASG (@natureisit) February 28, 2021
बांसुरी बनाने वाले मनीराम बताते हैं कि इसका इस्तेमाल ना केवल संगीत पैदा करने के लिए किया जाता था, बल्कि अपनी यात्राओं के दौरान जंगली जानवरों को भगाने के लिए भी किया जाता था। जब हम जंगल (कुछ आदिवासी समुदायों की परंपरा) में जाते हैं। यदि आप इन बांसुरी को झुलाते हैं तो जानवर आपसे दूर रहते हैं।
यह भी पढ़ें:इस कहते हैं शुद्ध देसी जुगाड़, वीडियो देख आप भी कहेंगे क्या बात है
Amezing art!He should be invited to national and international platforms to perform and exhibit his talent.Modt of Indians don't know about this art form, I think.
— Savitri Singh (@Savitri63) February 27, 2021
एक बांसुरी को बनाने के लिए मनीराम को कई घंटे लगते हैं, लेकिन जब वह उसे किसी एक्जिबीशन में भी ले जाते हैं, तो उन्हें उनकी मेहनत का सही दाम नहीं मिलता। मनीराम ने ये काम करीब तीन दशक पहले शुरू किया था। उन्होंने बांस पर कलाकारी की ये कला अपने उस्ताद मंदार सिंह मंडावी से सीखी थी। वीडियो देखकर लोग उनकी कला के कायल हो गए हैं औऱ जमकर तारीफ कर रहे हैं।