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सरसंघचालक मोहन भागवत की दलाई लामा से बंद कमरे में मुलाकात, कई अहम मुद्दों पर हुई मंत्रणा
हिमाचल दौरे के के अंतिम दिन दिन आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत( RSS Sarsanghchalak Mohan Bhagwat) ने आज तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा( Dalai Lama) से मुलाकात की। दोनों के बीच बंद कमरे में काफी देर तक मंत्रणा चली। इसके बाद मोहन भागवत वापस दिल्ली लौट गए हैं। बताया जा रहा है कि दोनों प्रबुद्ध जनों के बीच विश्व शांति , कोरोना सहित अंतरराष्ट्रीय मुद्दों( International issues) पर चर्चा हुई।दोनों प्रमुख हस्तियों की इस मुलाकात विश्व शांति, जन कल्याण और तिब्बत मसले को लेकर महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इससे पहले आज सुबह सरसंघ संचालक मोहन भागवत दलाई लामा से भेंट करने के लिए कांगड़ा से मैक्लोडगंज के लिए रवाना हुए।
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गौरतलब है कि दलाईलामा की कोविड काल के बाद सोमवार को दूसरी पब्लिक मीटिंग थी। दलाईलामा ने अनुयायियों व बौद्ध भिक्षुओं से इसी माह मिलना शुरू किया था।
इस मुलाकात के बाद आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि आरएसएस प्रमुख डा. मोहन भागवत और तिब्बतियों के धर्मगुरु दलाईलामा के बीच बहुत सारे विषयों पर चर्चा हुई हैं। चर्चा के दौरान दलाईलामा ने कहा कि समय आ गया है किआज विश्व शांति की जरूरत है, पूरे विश्व को यह जानना होगा तथा भारत को भी यह जानना और मानना होगा। दुनिया में विस्तारवाद को रुकना होगा और स्वतंत्रता का सम्मान किया जाना चाहिए। आरएसएस प्रमुख डा. मोहन भागवत ने दलाईलामा से बातचीत में कहा कि हमारी भारतीय संस्कृति सबको साथ लेकर चलती है। धार्मिक सद्भाव का विश्व में सर्वोत्तम मॉडल भारत है। जितने भी आसपास देश हैं, हमारे सब भाई हैं और तिब्बत हमारा भाई देश है। इसलिए हम तिब्बत के हर सुख-दुख में साथ रहे हैं और रहेंगे।निर्वासित तिब्बती सरकार के पीएम पेम्पा सेरिंग ने कहा कि वे मीटिंग में नहीं थे, लेकिन दलाईलामा और आरएसएस नेता मोहन भागवत के बीच मानवता और धार्मिक मुद्दों पर चर्चा हुई है। भारत का तिब्बत को सहयोग लगातार मिलता रहा है, भारत देश, तिब्बत की स्वतंत्रता की वकालत करता रहा है।
जाहिर है गुरुवार को जिला कांगड़ा पहुंचे थे। अपने पांच दिन के दौरे के दौरान भागवत जहां आरएसएस के स्वयंसेवकों ( RSS swamsewak)प्रचारकों के साथ बैठकें की वहीं भूतपूर्व सैनिकों व प्रबुद्ध लोगों ने भी उन से मुलाकात की।
Photo credit: Office of the Dalai Lama