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राज्यपाल कंगना से मिल सकते हैं, लेकिन आंदोलनरत किसानों से नहीं : शरद पवार
मुंबई। कृषि कानूनों के खिलाफ जहां एक ओर देश भर में ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) को लेकर चर्चा है तो वहीं आज महाराष्ट्र (Maharashtra) में भी कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है। मुंबई के आजाद मैदान (Azad Maidan) में हजारों की संख्या में किसान और राजनीतिक दलों से जुड़े लोग इस प्रदर्शन में शामिल हुए हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री और एनसीपी प्रमुख शरद पवार (NCP Chief Sharad Pawar) भी इस रैली में पहुंचे और उन्होंने अपने संबोधन में महाराष्ट्र के राज्यपाल (Maharashtra Governor) और केंद्र सरकार पर निशाना साधा।
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शरद पवार ने अपने भाषण में कहा कि राज्यपाल के पास कंगना रनौत से मिलने का वक्त तो है, लेकिन आंदोलन कर रहे किसानों से मिलने का समय नहीं है। रैली के बाद किसानों ने आजाद मैदान से राजभवन तक मार्च भी निकाला, लेकिन सभी किसानों को राजभवन तक जाने की इजाजत नहीं मिली। इसलिए कुछ ही किसान प्रतिनिधिमंडलों को ही राजभवन तक जाने की इजाजत दी गई। बताया जा रहा है कि इसमें 23 प्रतिनिधिमंडल शामिल थे।
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फणनवीस कृषि कानूनों के मुद्दे पर एनसीपी और कांग्रेस पर सवाल उठाए। एनसीपी ने 2006 में कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग को मंजूरी दी. ऐसे में अगर अब केंद्र भी यही कानून लाया है, तो बुराई क्या है. कांग्रेस को इस दोहरेपन पर जवाब देना जरूरी है। महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार ने किसानों द्वारा आजाद मैदान में किए जा रहे प्रदर्शन को समर्थन दिया है।