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लाश से ऐसा प्यार,सात साल तक दुल्हन बनाकर रखा, फिजिकल रिलेशन भी बनाए
दुनिया में बहुत सारे लोग हैं जो सी की चाहत में हद से ज्यादा गुजर जाते हैं और ऐसे-ऐसे कारनामे करते है, जिन्हें जानकर हर कोई दंग रह जाता है। आज हम आपको ऐसे ही एक शख्स की कहानी बताएंगे जो बहुत बड़ा सनकी था। इस डॉक्टर का नाम कार्ल टेंजलर (Dr Carl Tanzler) था, कार्ल के बारे में कहा जाता है कि ये एक महिला को अपनी दुल्हन मानकर उसकी लाश के साथ सात वर्षों तक रहे थे और उस दौरान उन्होंने लाश के साथ शारीरिक संबंध (Physical Relation) भी बनाए। इसकी सच्चाई जब लोगों को पता चली तो हर कोई सन्न रह गया।
खुद को बहुत ही ज्यादा बुद्धिमान समझते थे कार्ल
आठ फरवरी, 1877 को जर्मनी (Germany) के ड्रेसडन में जन्में कार्ल टेंजलर ने मेडिकल की पढ़ाई की। प्रथम विश्व युद्ध के बाद वर्ष 926 में वो अमेरिका आ गए और वहां लोग उन्हें काउंट कार्ल वॉन कोसेल नाम से जानने लगे। अमेरिका में फ्लोरिडा के मरीन हॉस्पिटल (Marine Hospital in Florida in the US) में कार्ल एक्स.रे टेक्निशियन के रूप में काम करने लगे। कार्ल के दावे के मुताबिक, उन्होंने नौ यूनिवर्सिटी की डिग्रियां हासिल की और उनका पालन.पोषण एक महल में हुआ। कार्ल खुद को बहुत ही ज्यादा बुद्धिमान समझते थे।
पत्नी-बच्चों को छोड़कर नौकरी करने अमेरिका चले गए
डॉ कार्ल टेंजलर के मुताबिक, बचपन से ही उनके सपने में एक सुंदर युवती आती थी। इसके अलावा, कार्ल की एक महिला पूर्वज भी उनके सपने में आती थी जो कहती थी कि ये सुंदर युवती तुम्हारा असली प्यार है। रोज.रोज इस तरह का सपना आने पर कार्ल ने मान लिया कि ये सुंदर युवती ही उनका असली प्यार हैण्।इसके बाद वर्ष 1899 में कार्ल और डोरिस शेफर की शादी हुई। दोनों के दो बच्चे आयशा और क्लारिस्टा हुए।शादी के बाद भी कार्ल अपनी पत्नी से सपने वाली उस सुंदर युवती की बात करते रहते थे और उसको अपना असली प्यार बताते थे। वर्ष 1926 में कार्ल ने अपनी पत्नी और बच्चों को जर्मनी में ही छोड़कर नौकरी करने अमेरिका चले गए।
ऐलेना की अक्तूबर 1931 में हो गई मौत
कार्ल 22 अप्रैल 1930 को जब अस्पताल में काम कर रहे थे तभी उन्हें ऐलेना हेलेन (Elena Helen) नाम की एक महिला मरीज मिली। वह चौंक गए, क्योंकि जिसे वह सपने में देखा करते थे ऐलेना हूबहू वैसी थीं। कार्ल को पहली नजर में उनसे प्यार हो गया। ऐलेना इलाज के लिए अक्सर अस्पताल जाने लगीं। एक दिन कार्ल ने अपने दिल की बात बता दी। ऐलेना ने कहा कि वो शादीशुदा हैं, गर्भपात की वजह से उनके पति ने उन्हें छोड़ दिया, इसलिए माता- पिता के साथ रहती हैं। एलेना कार्ल से 32 साल छोटी थीं। उस समय टीबी नामक बीमारी का कोई इलाज नहीं था। इसलिए डॉक्टरों ने ऐलेना को घर पर ही आराम करने की सलाह दी। तब कार्ल एलेना के घर तक जाते थे। इलाज का पूरा खर्च भी उन्होंने ही उठाया। ऐलेना की अक्टूबर 1931 को मौत हो गई।
कब्र से शव निकालकर घर ले आए
ऐलेना की मौत कार्ल के लिए किसी बड़े सदमे से कम नहीं थी। कार्ल ने ऐलेना के माता-पिता से आग्रह किया कि वह उसके अंतिम संस्कार का सारा खर्च वहन करेगा। उन्होंने ऐलेना के लिए एक बड़ा मकबरा बनवाया। कब्र में बिजली और इंटरकॉम तक का इंतजाम किया। कब्र की एक चाबी अपने पास रख ली। माता- पिता से कहा कि जब तुम उसकी कब्र के पास आओ तो ऐलेना को बाहर से देखकर निकल जाओ। कार्ल अभी भी ऐलेना के प्यार में इतने पागल थे कि वह हर रात कब्र पर जाते और उसके साथ घंटों बैठते। उससे अकेले में बात करते। जब ये बात एलेना के माता- पिता को पता चली तो वे हैरान रह गए। एक दिन एक महिला उनके सपने में आई और ऐलेना को घर ले जाने की बात कही। कार्ल ने उनकी बात मान ली और ऐलेना के सड़े हुए शरीर को खोदकर घर ले आया। शव के सड़ने से पूरे घर में उसकी गंध आ रही थी।
डॉक्टर कार्ल को कोई भी सजा नहीं हुई
एलेना की बहन ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने डॉक्टर कार्ल से इस मामले पर पूछताछ की। जिसमें पुलिस को सारी जानकारी मिल गई और वो दंग रह गए। इस पर पुलिस ने डॉक्टर कार्ल को गिरफ्तार किया और जब लाश का पोस्टमार्टम करवाया तो बॉडी के अंदर से वैजाइना के आकार की एक पेपर ट्यूब मिली। जिसको लेकर दावा किया गया कि कार्ल ने एलेना के मृत शरीर से शारीरिक संबंध भी बनाए थे। कोर्ट में पेश होने पर डॉक्टर कार्ल को कोई भी सजा नहीं हुई। क्योंकि उस जमाने में ऐसे अपराध के लिए सजा का कोई प्रावधान ही नहीं था। इतना सब होने के बाद परिजनों ने एलेना के शव को ऐसी जगह दफनाया, जिसके बारे में डॉक्टर कार्ल को बिल्कुल भी नहीं बताया गया। इस दौरान डॉक्टर कार्ल एलेना की कब्र ढूंढते रहे और 3 जुलाई, 1952 को उनकी मौत हो गई।