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Asia की सबसे लंबी #Zojila_Tunnel निर्माण को हुआ पहला ब्लास्ट, कम होगी साढ़े तीन घंटे की दूरी
जम्मू। हिमाचल प्रदेश स्थित अटल टनल के बाद अब जम्मू-कश्मीर में जोजिला सुरंग (Zojila tunnel) का निर्माण कार्य शुरू करने जा रहा है। इसे एशिया की सबसे लंबी सुरंग बताया जा रहा है। केंद्रीय सड़क-परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने आज 14.15 किलोमीटर लंबी जोजिला सुरंग के निर्माण कार्य के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए पहला ब्लास्ट कर काम की शुरुआत की। सेना और सिविल इंजीनियरों की एक टीम जोजिला-दर्रे के पहाड़ को काट कर इस सुरंग का निर्माण करेंगे। इस सुरंग के बनने से श्रीनगर घाटी और लेह के बीच बारहमासी संपर्क सुविधा मिल सकेगी।
Virtually initiating the 'First Blast' of Zojila Tunnel project on NH-1. #PragatiKaHighway https://t.co/VsWQxClP4k
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) October 15, 2020
हर बार सर्दियों में भारी बर्फबारी के चलते श्रीनगर-लेह-लद्दाख हाइवे (Srinagar-Leh-Ladakh Highway) बंद हो जाता है मगर 14.5 किलोमीटर लंबी जोजिला सुरंग से यह परेशानी दूर हो जाएगी। यही नहीं, फिलहाल जो दूरी तय करने में साढ़े तीन घंटे लगते हैं, वह भी सिर्फ 15 मिनट में पूरी हो जाएगी। एक 18 किलोमीटर लंबी अप्रोच रोड भी बनेगी जो Z मोड़ सुरंग से जोजिला टनल तक जाएगी। इस रोड पर ऐसे अवलांश प्रोटेक्शन स्ट्रक्चर्स बनाए जाएंगे जो दोनों सुरंगों के बीच हर मौसम में कनेक्टिविटी देंगे। जोजिला सुरंग परियोजना का रणनीतिक महत्व है क्योंकि जोजिला दर्रा श्रीनगर-करगिल-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर 11,578 फुट की ऊंचाई पर है और भारी हिमपात के कारण जाड़े में बंद रहता है। फिलहाल यह दुनिया में वाहनों के परिचालन के लिहाज से सवार्धिक खतरनाक मार्गों में से एक है और यह परियोजना भू-रणनीतिक रूप से संवेदनशील भी है। जब यह सुरंग जब बनकर तैयार होगी, आधुनिक भारत के लिए एक उल्लेखनीय उपलब्धि होगी।
The watershed moment in the road history of the UTs of Jammu & Kashmir & Ladakh is finally here. Today virtually initiated the 'ceremonial blast' of #ZojilaTunnel in the presence of MoS @Gen_VKSingh Ji,… pic.twitter.com/iYMKdOzlNM
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) October 15, 2020
ये है इस सुरंग की खासियत –
- श्रीनगर कारगिल लेह नेशनल हाईवे पर 11, 578 फीट ऊंचाई पर बनने वाली इस टनल की कुल लंबाई करीब 14.5 किलोमीटर है।
- इस सुरंग के निर्माण में 4,899 करोड़ रुपये की लागत आएगी, जबकि जमीन अधिग्रहण, विस्थापन और अन्य गतिविधियों को मिलाकर कुल खर्च 6,808 करोड़ रुपये होगा।
- अटल टनल की तरह ही जोजिला सुंरग बनाने का सपना पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने देखा था जिसे अब मोदी सरकार पूरा करने जा रही है।
- सुरंग राष्ट्रीय राजमार्ग-1 पर श्रीनगर घाटी और लेह के बीच द्रास और करगिल होते हुए सभी मौसम में उपयोगी संपर्क सुविधा उपलब्ध कराएगी।
- इससे जम्मू कश्मीर में चौतरफा आर्थिक और सामाजिक-सांस्कृतिक समन्वय हो सकेगा।
- इस परियोजना के तहत जोजिला दर्रे के तहत करीब 3,000 मीटर की ऊंचाई पर 14.15 किलोमीटर लंबी सुरंग बनायी जाएगी।
- अभी केवल छह महीने ही इस मार्ग से वाहन आ-जा सकते हैं।
- लद्दाख, गिलगिट और बालतिस्तान क्षेत्रों में बड़े स्तर पर सैन्य गतिविधियों को देखते हुए यह देश की रक्षा के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है।
- जोजिला सुरंग परियोजना से करगिल, द्रास और लद्दाख क्षेत्र के लोगों की 30 साल की मांग पूरी होगी।
- परियोजना का पुन:आबंटन मेघा इंजीनियरंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लि. (एमईआईएल) को किया गया है। कंपनी परियोजना के लिये सबसे कम 4,509.5 करोड़ रुपये की बोली लगायी थी।
- दो अन्य बोलीदाता कंपनियां लार्सन एंड टूब्रो और इरकॉन इंटरनेशनल जेवी थी. पीएम नरेंद्र मोदी ने मई 2018 में 6,800 करोड़ रुपये की इस परियोजना के लिये आधारशिला रखी थी।