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चंडीगढ़ की जियोलाजिकल टीम करेगी किन्नौर में पहाड़ी का सर्वे, अभी भी फंसे हैं 150 सैलानी
रिकांगपिओ। हिमाचल के किन्नौर जिला में बीते रोज हुए भारी भूस्खलन (Landslide) और पहाड़ी से लगातार चट्टानों के गिरने के कारणों का पता लगाने के लिए कल चंडीगढ़ से एक विशेष टीम हिमाचल पहुंच रही है। ये 3 सदस्यीय जियोलाजिकल टीम तीन दिन तक किन्नौर (Kinnaur) दौरे पर रहेगी और पहाड़ी का सर्वे करेगी। इस दौरान पहाड़ी से लगातार पत्थरों के गिरने के कारणों का भी पता लगाएगी। यह जानकारी हिमाचल आपदा प्रबंधन के निदेशक व विशेष सचिक सुदेश मोकटा ने दी। वहीं किन्नौर में बीते रोज पहाड़ी से चट्टाने गिरने के बाद अभी भी 100 से 150 पर्यटक (Tourist) छितकुल में फंसे हुए हैं। जिनको निकालने के लिए पुल की मरम्मत का कार्य शुरू किया जा रहा है।
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वहीं डीसी किन्नौर (DC Kinnaur) आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि सांगला-छितकुल संपर्क मार्ग पर गुंसा के पास 300 मीटर बंद पड़ी सड़क को बहाल करने के लिए मशीनरी लगी हुई है। इस मार्ग को कल शाम तक बहाल कर लिया जाएगा। छितकुल, रक्षम और बटसेरी पंचायतों में कल से ही बिजली गुल है, जबकि सिंचाई योजना भी ठप पड़ी हुई है। सोमवार को एसडीएम कल्पा एवं जिला पर्यटन अधिकारी स्वाति डोगरा ने घटनास्थल का दौरा किया है। बता दें कि रविवार को हुए हादसे में राजस्थान, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और दिल्ली के नौ पर्यटकों की मौत हो गई थी। मृतक पर्यटकों के शव (Dead Body) पोस्टमार्टम के बाद हिमाचल भवन दिल्ली भेजे गए हैं। वहां आवासीय आयुक्त मृतकों के शवों को उनके परिजनों को सौंपेंगे। सीएम जयराम ठाकुर ने बताया कि आठ मृतकों के शव दिल्ली (Delhi) तक पहुंचाने के लिए सरकार ने प्रबंध किया है। जबकि एक मृतक नेवी के लेफ्टिनेंट अमोच बापत का शव कड़छम स्थित सेना के अधिकारियों को सौंपा गया है।
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