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ये कैसा विकास ? हिमाचल की भाग्य रेखाएं गड्ढों में…!
कहते हैं कि सड़क अपने साथ विकास लेकर आती है और किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए सबसे जरूरी सड़कों को ही माना जाता है. वहीं हिमाचल प्रदेश में तो सड़कों का महत्व और भी ज्यादा है. सड़कों को पहाड़ की लाइफ लाइन माना जाता है, लेकिन प्रदेश में सड़कों की हालत कुछ ठीक नजर नहीं आती. लोक निर्माण विभाग ने प्रदेश की कुछेक मुख्य सड़कों को तो दुरुस्त रखा है, लेकिन हिमाचल प्रदेश के सेब बहुल क्षेत्र अपर शिमला और किन्नौर को राजधानी से जोड़ने वाला नेशनल हाईवे-5 के हालात बेहद खस्ता हैं और रास्ते के ऐसे हाल सेब सीजन के बीच बागवानों के साथ-साथ आम जनता को भी परेशान कर रहे है. इससे विकास और सेब सीजन को लेकर सरकार और जिला प्रशासन के दावे हवाई साबित हुए हैं।
नेशनल हाईवे-5 गड्ढ़ों में तब्दील हो गया है। इस NH की हालत जगह-जगह गांव की पगडंडियों से भी बदतर हो गई है। गड्ढों से भरी यह सड़क सेब की ढुलाई में बाधक बन रही है। इतना ही नहीं यही हालात प्रदेश के अन्य जिलों और ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों के भी है। गड्ढ़ों में तब्दील सड़कों पर इस साल कई बड़े हादसे हो चुके हैं और कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी ।