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रिटायरमेंट के बाद भी चुकाना होगा होम लोन-बढ़ती ब्याज दर बनी मुसीबत
बढ़ती ब्याज दर ने कईयों के पसीने छुड़ा दिए हैं। हर कोई जॉब में रहते हुए अपनी जिम्मेदारियों से मुक्त होना चाहता है,लेकिन अब ऐसा नहीं दिख रहा है। चूंकि कई दशकों के निचले स्तर पर चल रही (Home Loan) होम लोन की ब्याज दरों में भी तेजी से उछाल आया है। इस कारण कई घर खरीदारों को मुश्किलों को सामना करना पड़ रहा है। कई तो ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें लोन के पूरी होने की अवधि उनके रिटायरमेंट (Retirement) से भी अधिक हो गई है। पिछले एक साल में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से रेपो रेट में तेजी से इजाफा किया गया है।
ब्याज की औसत दर बढ़कर 9.00 प्रतिशत के आसपास पहुंची
अगर एक साल पहले की बात करें तो निजी और सरकारी बैंकों में होम लोन पर ब्याज की औसत दर 6.5 प्रतिशत के आस-पास थी, जो कि आज बढ़कर करीब 9.00 प्रतिशत के आसपास आ गई है। इससे लोन पर घर लेने वाले उन खरीदारों को तगड़ा झटका लगा है, जिन्होंने फ्लोटिंग रेट्स पर होम लोन (Home Loans on Floating Rates) ले रखा है। जब भी कोई फ्लोटिंग रेट्स पर होम लोन लेता है, तो ब्याज दर बढ़ने (Increase in Interest Rate) के साथ उसके लोन की अवधि या ईएमआई (EMI) बढ़ जाती है। आरबीआई द्वारा मई 2022 के बाद से लगातार रेपो रेट में इजाफा किया जा रहा है। इस कारण रेपो रेट जो कि मई 2022 में 4.00 प्रतिशत था, वह बढ़कर 6.50 प्रतिशत पर पहुंच गया। इस तरह पिछले एक साल में रेपो रेट में 2.50 प्रतिशत का इजाफा हुआ।