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इस दिन से शुरू हो रहे हैं नवरात्र, जानें कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
हिंदू धर्म में देवी-देवताओं को सबसे ऊंचा स्थान दिया गया है। लोगों ने नवरात्रों की तैयारियों का शुरू कर दी हैं। इस साल महाशक्ति के पर्व शारदीय नवरात्र 26 सितंबर से शुरू हो रहे हैं। आज हम आपको नवरात्रों (Navratri) के दौरान की जाने वाले कलश यानी घट की स्थापना के मुहूर्त के बारे में बताएंगे।
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बता दें कि नवरात्रों की तैयारियों का सबसे पहला भाग है कलश की स्थापना। कहा जाता है कि अच्छे मुहूर्त के अनुसार कलश की स्थापना की जाए तो माता काफी प्रसन्न होती हैं औकर भक्तों पर अपनी कृपा बनाए रखती हैं। शारदीय नवरात्र में घट स्थापना आश्विन मास शुक्ल पक्ष प्रतिपदा 26 सितंबर, 2022 को सुबह 06 बजकर 11 मिनट से लेकर 07 बजकर 51 मिनट तक कर सकते हैं। जबकि, घट स्थापना अभिजित मुहूर्त पूर्वाह्न 11 बजकर 48 मिनट से लेकर 12 बजकर 36 मिनट तक का है।
नवरात्रों के दौरान देवी के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। इसलिए नवरात्र को नवदुर्गा भी कहा जाता है। नवरात्रों में प्रथमं शैलपुत्री च, द्वितीयं ब्रह्मचारिणी, तृतीयं चन्द्रघण्टेति, चतुर्थकम् कूष्माण्डेति, पञ्चमं स्कन्दमातेति, षष्ठं कात्यायनीति च, सप्तमं कालरात्रीति, चाष्टमम् महागौरीति और नवमं सिद्धिदात्री च नवदुर्गाः प्रकीर्तिताः की पूजा की जाती है।
ये हैं नौ देवियां:
माता के नौ स्वरूप शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कृष्माण्डा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री शामिल हैं।
ना करें ऐसी गलती
नवरात्रों के दौरान इसी क्रम में मां दुर्गा के अवतारों की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से मां दुर्गा भक्तों से प्रसन्न होती हैं और भक्तों के सारे कष्टों को दूर करती है।