-
Advertisement
Jai Ram के गृह जिला में बस अड्डा फीस वसूलने पर भड़के निजी बस ऑपरेटर
मंडी। सीएम जयराम ठाकुर के गृह जिला मंडी में निजी बस ऑपरेटर (Private Bus Operators) बस अड्डा फीस लेने पर भड़क गए हैं। ऑपरेटरों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप जड़ा है। निजी बस ऑपरेटरों का कहना है कि सरकार ने निजी बसों से अड्डा फीस नहीं लेने की बात कही थी, लेकिन सुंदरनगर (Sundernagar) व मंडी (Mandi) बस अड्डे पर 165 रुपए फीस ली जा रही है। यूनियन के जिला प्रधान गुलशन दीवान ने कहा कि यदि एक सप्ताह के भीतर सरकार ने यह फीस बंद नहीं की तो कोई भी निजी ऑपरेटर अपनी बस को बस स्टैंड के अंदर नहीं ले जाएगा, बल्कि बाहर सड़क पर ही खड़ी करेंगे। इसके लिए सैनिटाइजेशन व हेल्थ चेक का इंतजाम सरकार को वहीं पर करना होगा।
ये भी पढ़ें: Bilaspur: निजी बस ऑपरेटरों का प्रदर्शन, प्रशासन को सौंपी बसों की चाबियां
उन्होंने कहा कि निजी बस ऑपरेटर से वादा किया गया था कि निजी बसों के परिचालन को देखते हुए एचआरटीसी अपने रूटों व बसों की संख्या नहीं बढ़ाएगा। मगर अब निजी बस ऑपरेटर 100 से लेकर 125 बसें मंडी जिले में चला रहे हैं और लोगों को परिवहन सुविधा दे रहे हैं, उनका डीजल व स्टाफ का खर्चा निकलने लगा था तो एचआरटीसी (HRTC) भी ज्यादा बसें चलाने लगी है। इसका नतीजा यह हुआ है कि उनके डीजल का खर्चा भी नहीं निकल पा रहा है।
ये भी पढ़ें: Kangra निजी बस ऑपरेटर चाहते हैं किराया बढ़ोतरी, कितना बढ़े- सरकार पर छोड़ा
सरकार ने स्पेशल रोड टैक्स (Special Road Tax) व टोकन टैक्स में रियायत देने के जो वादे किए थे वह भी पूरे नहीं किए जा रहा हैं। इससे तमाम ऑपरेटरों में गुस्सा है। प्रधान ने कहा कि 25 प्रतिशत बस किराया बढ़ाना जनता पर बोझ है। मगर सरकार को ऐसा माध्यम निकालना चाहिए, जिसमें जनता का भी हित हो और निजी बस ऑपरेटरों का भी हित हो। इसके लिए न्यूनतम किराया बढ़ाया जाना चाहिए। दूसरे किराए में भी तर्कसंगत बढ़ोतरी करनी चाहिए। निजी बस ऑपरेटरों के बीच चल रहे गुटबंदी को लेकर जिला प्रधान ने कहा कि यह समय एक साथ चलने का है, ताकि सरकार जो कोरोना बीमारी से लड़ रही है, उसका भी सहयोग हो।