-
Advertisement
पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाएगा Subhash Chandra Bose का जन्मदिन
Last Updated on January 19, 2021 by Sintu Kumar
नई दिल्ली। हर साल सरकारी तौर पर मनाए जाने समारोह (Ceremony) में इजाफा हो गया है। अब हर साल स्वतंत्रता सेनानी और आज़ाद हिंद फौज (Azad Hind Fauj) के संस्थापक सुभाष चंद्र बोस (Subhash Chandra Bose) के जन्मदिन को पराक्रम दिवस (Parakram Divas) के रूप में मनाया जाएगा। सुभाष चंद्रबोस की 125वीं जयंती (Birthday) से पहले भारत सरकार ने इस बाबत घोषणा कर दी है। अब हर साल 23 जनवरी को सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
यह भी पढ़ें: यहां पर जहां काम नहीं करता Gravitational Force, गाड़ियों को ऊपर की ओर खींचता है पहाड़
भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की ओर से इस बारे में जानकारी दी गई है। इसे लेकर एक उच्च स्तरीय कमेटी का भी गठन किया गया है। इस कमेटी की अध्यक्षता खुद पीएम नरेंद्र मोदी कर रहे हैं। इस कमेटी में करीब 85 सदस्य हैं, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, मिथुन चक्रवर्ती, एआर रहमान, काजोल सहित विपक्ष के कई नेता शामिल हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के मौके पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। यह कार्यक्रम कोलकाता के ऐतिहासिक विक्टोरिया हॉल में आयोजित किया जाएगा। खास बात यह है कि सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती से शुरू होने वाले कार्यक्रम साल भर आयोजित किए जाएंगे। संस्कृति मंत्रालय की ओर से जारी कि गई अधिसूचना में लिखा गया है कि भारत के लोग नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती वर्ष में इस महान राष्ट्र के लिए उनके अतुल्य योगदान को याद करते हैं. भारत सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती 23 जनवरी से आरंभ करने का निर्णय लिया है।