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फरीदाबाद। हरियाणा स्थित फरीदाबाद के बल्लभगढ़ में हुए निकिता तोमर हत्याकांड (Nikita Tomar murder case) में एसआईटी ने चार्जशीट दायर कर दी है। इस केस की जांच के लिए एक एसआईटी (SIT) बनाई गई थी, जिसने 11 दिन में चार्जशीट (Charge Sheet) फाइल कर दी। पुलिस ने चार्जशीट फरीदाबाद जिला अदालत के सुविधा केंद्र में दाखिल की है। करीब 700 पन्नों की ये चार्जशीट 3 आरोपियों के खिलाफ दायर की गई है और इसमें 60 गवाहों को शामिल किया गया है। केस को पुख्ता बनाने के लिये चार्जशीट में डिजिटल फॉरेंसिक एवं मेटेरियल एविडेंस भी रखा गया है। पुलिस अधिकारियों ने चार्जशीट दाखिल करने के पहले लीगल पहलुओं को वरिष्ठ अधिकारियों से स्कूटनी भी कराई।
चार्जशीट में एसआईटी ने हत्याकांड को सोची समझी और पूर्व नियोजित साजिश करार दिया है। एसआईटी ने कहा है कि इस वारदात की साजिश पिछले दो साल से रची जा रही थी। पुलिस ने इस हत्याकांड में तौसिफ और रेहान के अलावा कुल तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। तीसरे आरोपी अजरुद्दीन ने ही हत्या के मुख्य आरोपी तौसिफ को हथियार मुहैया कराए थे। हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने बीते गुरुवार को कहा कि था निकिता हत्याकांड फास्ट-ट्रैक कोर्ट में चलाया जाएगा ताकि दिन-प्रतिदिन की सुनवाई हो सके और आरोपी को जल्द सजा मिल सके।
बता दें कि 26 अक्टूबर को फरीदाबाद के बल्लभगढ़ (Ballabgarh) में बीकॉम छात्रा निकिता तोमर की दिनदहाड़े हत्या (Nikita Tomar murder) कर दी गई थी। आरोपी तौसीफ (Tausif) ने अपने साथी रेहान के साथ मिलकर पहले निकिता का अपहरण करने की कोशिश की। जब वह अपहरण नहीं कर सका तो तौसीफ ने निकिता के सीने में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। घटना के बाद फरार चल रहे मुख्य आरोपी तौसीफ और उसके साथी रेहान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
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