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कैंसर का इलाज 1 लाख रुपए में करने वाले डॉ. कन्नन को 2023 का मैग्सेसे अवॉर्ड
गुवाहाटी। बड़े अस्पतालों में कैंसर के इलाज (Cancer Treatment) पर अमूमन 15 लाख रुपए से ज्यादा खर्च हो जाता है। यही इलाज असम के सिलचर (Silchar) में डॉ. आर. रवि कन्नन (Dr. R Ravi Kannan ) महज एक लाख रुपए में कर देते हैं। डॉ. आर. रवि कन्नन को 2023 का रेमन मैग्सेसे अवॉर्ड (Raman Magsaysay Award 2023) दिया गया है। कन्नन कछार कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर (CCHRC) के डायरेक्टर हैं।
पेशे से सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. आर रवि कन्नन कम खर्च में कैंसर जैसे असाध्य बीमारी का इलाज कर देते हैं। यही वजह है कि उन्हें ‘एशिया का नोबेल’ (Nobel of Asia) कहे जाने वाला यह सम्मान दिया गया है। कैंसर के इलाज के लिए भारत में ज्यादातर लोग इतना पैसा खर्च नहीं कर पाते। नतीजतन लाखों मरीजों की बिना इलाज के ही मौत हो जाती है। इसे देखते हुए ही डॉ. कन्नन ने कम खर्च में इलाज पर विचार किया और सिलचर जैसी छोटी सी जगह पर इलाज शुरू किया।
जेनेरिक दवाओं से कैंसर का उपचार
डॉ. कन्नन ने 2007 में जब काम शुरू किया तो CCHRC के पास न पैसा था और न ही मरीजों के पास। ऐसे में अस्पताल ने जेनेरिक दवाइयों का उपयोग करना शुरू किया। सभी मरीजों को अस्पताल के जनरल वॉर्ड में भी इलाज देना पड़ा, क्योंकि इतने कम खर्च में प्राइवेट वॉर्ड का खर्च मरीज वहन नहीं कर सकते थे।
गरीबों को मुफ्त इलाज और भोजन
CCHRC में अब 20 डॉक्टर और 450 के करीब सपोर्ट स्टाफ मरीजों का इलाज करते हैं और वह भी मामूली वेतन पर। अस्पताल में रोजाना 5000 मरीज आते हैं। गरीबों के लिए मुफ्त इलाज और भोजन का इंतजाम है। जो मरीज इलाज का पूरा खर्च नहीं उठा पाते, उनके परिजनों को अस्पताल में ही काम दिया जाता है, ताकि उस काम के एवज में मिलने वाले पैसों से वे मरीज का इलाज करवा सकें।
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