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शिमला। हिमाचल विधानसभा (Himachal Vidhan Sabha) में आज फिर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हुई जिसके बाद विपक्ष ने सदन से वॉकआउट (Walkout) कर दिया। बता दें कि मंगलवार को सदन में कांग्रेस के विधायक पवन काजल ने जल जीवन मिशन का मुद्दा उठाया और आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार कांगड़ा जिला के साथ भेदभाव कर रही है। वहीं उन्होंने राशन डिपुओं में खराब दोलों व तेल का जिक्र भी किया। जिस पर मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा कि आप क्या सदन के ठेकेदार हैं। इस पर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री (Mukesh Agnihotri) ने कहा कि ये सदन के चुने हुए प्रतिनिधि है। सदस्य को ठेकेदार कहना आपत्तिजनक है। इसके बाद महेंद्र (Mahender Singh) और मुकेश में तीखी नोकझोंक हुई। कुछ ही देर में सदन का माहौल गरमा गया। विपक्ष के सदस्य सदन के वेल में आकर महेंद्र के सामने नारेबाजी करने लगे। इसके बाद विपक्ष के सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चले गए।
वहीं, गौ सेवा आयोग के सवाल पर पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि एक साथ 32000 बेसहारा को गौशालाओं में ले आना संभव नहीं है। प्रदेश सरकार धीरे धीरे इस ओर कदम बढ़ा रही है। अभी तक प्रदेश सरकार ने 20 हज़ार गौवंश को गौशालाओं में लाया गया है। मंत्रियों के इस जवाब से विपक्ष असंतुष्ट दिखा और दोनों पक्षों में तीखी नोकझोंक हो गई। बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों में तू तू मैं मैं से सदन पूरी तरह से तप गया। इसी बीच विपक्ष ने नारेबाजी करते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया।
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