-
Advertisement
Results for "बिकी "
लॉकडाउन के बाद टमाटर में आए उछाल से किसानों के चेहरे पर लौटी रौनक
राजस्थान में टमाटर की सबसे बड़ी मंडी बताई जाती है । टमाटर की क्रेट शुरूआती दौर में 500 रूपए बिकी । उसके उपरांत टमाटर के रेट में उछाल आने से हिमसोना टमाटर काफी मंहगा बिक रहा है ।
मारुति को पछाड़ कर Hyundai की ये गाड़ी बनी India में सबसे ज्यादा बिकने वाली कार
मई महीने में सबसे ज्यादा बिकने वाली टॉप-5 कारों की लिस्ट लेकर आए हैं। इस लिस्ट में खास बात यह है कि लंबे अरसे बाद मारुति सुजुकी टॉप सेलिंग कारों में सूची से गायब रही।
Himachal की मंडियों में चेरी ने दी दस्तक, पहले दिन पहुंचे 500 डिब्बे
हिमाचल में चेरी की विभिन्न किस्मों का करीब अढ़ाई सौ मीट्रिक टन उत्पादन होता है, लेकिन इस बार लॉकडाउन और कर्फ्यू ने बागवानों की चिंताएं बढ़ा दी हैं।
मटर-फूलगोभी के नहीं मिले उचित दाम, फसल ऋण कैसे चुकाएंगे सरकार
किसानों को औसतन मजदूरी भी हासिल नहीं हुई है। गोभी अधिकतम दस रुपये प्रति किलोग्राम बिकी जबकि बाद में रेट ना होने के कारण गोभी के पत्ते पशुओं को खिलाने पड़े।
किसानों पर Lockdown की मार, मंडियों तक नहीं पहुंच पा रही मटर की फसल
कुछ समय से मौसम के मिजाज में परिवर्तन आने के कारण बारिश ओलावृष्टि और तूफान के कारण पहले ही 30 से 35 प्रतिशत मटर की फसल तबाह हो चुकी है।
Dharamshala में सब्जी महंगी बेचने पर दुकानदार पर केस, Chamba में 144 के उल्लंघन का मामला
हिमाचल अभी अभी ने पिछले कल धर्मशाला (Dharamshala) में सब्जियों के महंगे दाम पर बिकने की खबर लगाकर प्रशासन को सचेत किया था।
पहले देख लें Rate List, फिर घर से खरीदने निकलें फल और सब्जी
कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते लोग घरों में बंद रहने को मजबूर हैं। सभी केवल सरकार द्वारा निर्धारित समय पर ही बाहर निकलकर जरूरत का सामान खरीद रहे हैं।
कर्फ्यू के बीच Dharamshala में भिंडी 160 रुपए किलो, कुछ तो करो सरकार
कुछ दुकानदारों से बात की तो उनका कहना था कि पीछे से ही सब्जी महंगी मिल रही है। ऐसे में सब्जी विक्रेताओं को महंगी सब्जी बेचनी पड़ रही है।
चंबा के विशाल और मंडी के रितेश बने एनयूजे इंडिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष
कोर कमेटी की बैठक में कई निर्णय लिए गए जिमसें हर महीने अलग-अलग जिलों में बैठकें करके संगठन को मजबूत करने प्रण लिया गया।
3.81 लाख कीमत वाली मारुति की यह 7 सीटर कार, बिक्री हो रही धुआंधार!
हम सब को पता है कि ऑटो सेक्टर के लिए साल 2019 सबसे बुरा रहा, लेकिन इस दौर में भी Eeco की बिक्री में 2018 के मुकाबले 34 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी।