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हिमाचल में शुरू हुआ PDMS 2.0, नए वोटरों के लिए 1 मार्च तक चलेगा अभियान
लेखराज धरटा/ शिमला। हिमाचल सरकार के शिक्षा विभाग (Himachal Education Department) और निर्वाचन आयोग (ECI) मिलकर प्रदेश के नए वोटरों को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए पोल डे मॉनिटरिंग सिस्टम 2.0 (Poll Day Monitoring System) के तहत अभियान चलाएंगे। शिक्षा विभाग और चुनाव आयोग के बीच गुरुवार को इस संबंध में एक समझौता ज्ञापन पर दस्तखत किए गए। इसके अलावा आगामी 1 मार्च तक पोस्टर, सांग और वीडियो मेकिंग प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी। समझौता ज्ञापन पर राज्यपाल शिव प्रतापशुक्ल (Himachal Governor) की मौजूदगी में दस्तखत किए गए। राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर शिमला में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल शामिल रहे।
आपको बता दें कि राज्य के पिछले विधानसभा चुनावों में प्रदेश में 75.8 वोट प्रतिशत रहा जो अब तक का सर्वाधिक है। अभियान का लक्ष्य वोटिंग परसेंटेज (Voting Percentage) को और भी बढ़ाना है। शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षा सचिव राकेश कंवर तथा मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। इसके तहत हर शिक्षण संस्थान में निर्वाचन साक्षरता को सुनिश्चित किया जाएगा, ताकि 18 साल की आयु पूर्ण होने पर मतदाता वोट के महत्व को समझ सकें और इनरोलमेंट (Enrollment) शत-प्रतिशत सुनिश्चित हो सके।
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मतदान में भागीदारी बढ़ाएं: राज्यपाल
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल युवा मतदाताओं से अपील की कि वे मताधिकार का उपयोग जानकारी, जिम्मेदारी, नैतिकता और संवेदनशीलता से करें। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में करीब 55,57,924 मतदाता हैं और मतदान केन्द्रों की संख्या 7990 है। इनमें बहुत से केंद्र दुर्गम स्थानों पर हैं। इस वर्ष के लिए राष्ट्रीय मतदाता दिवस (National Voters Day) की थीम है- ‘‘वोट जैसा कुछ नहीं, वोट जरूर डालेंगे हम’’। इसका मूल उद्देश्य 18 वर्ष पूर्ण व इससे अधिक की आयु के मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज़ करवाने के साथ निर्वाचनों में सभी मतदाताओं की भागीदारी को अधिक से अधिक बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि इस सोच से किए जाने वाले प्रयासों से ही जागरूकता आएगी और जब सभी अपने मतदान का उपयोग करेंगे तो निश्चित तौर पर लोकतंत्र और मजबूत होगा।