-
Advertisement
चश्मा पहनने वाले लोगों में कम हो जाता है कोरोना संक्रमित होने का खतरा, पढ़ें क्या हैं कारण
कई देश भले ही कोरोना की वैक्सीन बना चुके हों, लेकिन कोरोना (Corona) का कहर अभी भी खत्म नहीं हुआ है। भारत (India) के कई राज्यों में फिर से कोरोना (Corona) पांव पसारने लगा है। यहां तक की फिर से लॉकडाउन (Lockdown) लगाने की भी नौबत कुछ राज्यों के शहरों में पड़ गई है। अभी तक दुनिया में कोरोना से अभी तक 11 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं तो वहीं जबकि 25 लाख से ज्यादा लोगों की कोरोना के कारण मौत (Corona Death) भी हो चुकी है। कोरोना वायरस (Corona Virus) पर समझ को ज्यादा बेहतर बनाने के लिए दुनियाभर में अभी भी लगातार शोध (Corona Research) हो रहे हैं। इसी बीच एक नए शोध की रिपोर्ट (New Corona Research) में यह दावा किया जा रहा है कि चश्मा पहनने वाले लोगों को कोरोना से संक्रमित होने का खतरा कम रहता है।
यह भी पढ़ें : CAIT का आज भारत बंद, ईंधन की बढ़ती कीमतों के विरोध में शिव सेना ने फूंक दी स्कूटी
इस शोध की रिपोर्ट के मुताबिक चश्मा (Spectacles) पहनने वाले लोगों को अन्य लोगों के मुकाबले कोरोना से संक्रमित होने का खतरा तीन गुना कम रहता है। इसके पीछे वजह भी बताई गई है। शोध के मुताबिक जो लोग चश्मा पहनते हैं और इसके साथ ही मास्क भी लगाते हैं, वो अपने आंख, नाक और मुंह को कम छूते हैं। इसी के चलते कोरोना वायरस के शरीर में प्रवेश करने की संभावना मे भी कमी आ जाती है। खास बता यह है कि यह अध्ययन भी भारत में ही किया गया है। इस अध्ययन की रिपोर्ट हेल्थ साइंसेज से जुड़ी वेबसाइट मेडरिक्सिव पर भी प्रकाशित हुई है।
यह भी पढ़ें : इन देशों में इंसान ही नहीं कुत्ते-बिल्ली भी करते हैं रक्तदान, मामला जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर
जानकारी के अनुसार कोरोना को लेकर यह अध्ययन उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित एक अस्पताल में किया गया। इस अध्ययन में 304 लोगों को शामिल किया गया था, जिसमें 223 पुरुष और 81 महिलाएं थीं। अध्ययन में शामिल लोगों की उम्र 10 साल से 80 साल के बीच थी और ये सभी लोग कोरोना से संक्रमित भी थे। बताया गया है कि इस अध्ययन में शामिल करीब 19 फीसदी लोग ऐसे थे, जो ज्यादातर समय चश्मा पहने रहते थे।
अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि शोध में शामिल लोगों ने हर घंटे औसतन 23 बार अपना चेहरे छुआ। इसके अलावा प्रति घंटे औसतन तीन बार लोगों ने अपनी आंखों को भी छुआ। इससे शोधकर्ता अब इस नतीजे पर पहुंचे कि जो लोग नियमित चश्मा नहीं पहनते हैं, उनकी तुलना में नियमित रूप से चश्मा पहनने वाले लोगों के कोरोना से संक्रमित होने का खतरा दो से तीन गुना कम था। आपको बता दें कि यह लेख हेल्थ साइंसेज से जुड़ी वेबसाइट मेडरिक्सिव पर प्रकाशित अध्ययन रिपोर्ट पर लिखा गया है। आप इस शोध के बारे में जानना चाहते हैं तो इस वेबसाइट पर जा सकते हैं।