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PM मोदी ने SJVN की लूहरी स्टेज-1 और धौलासिद्ध जल विद्युत परियोजना की रखी आधारशिला
शिमला। हिमाचल प्रदेश के मंडी (Mandi) में एक भव्य समारोह के दौरान पीएम मोदी (PM Modi) ने हिमाचल प्रदेश के शिमला और कुल्लू जिले में स्थित 210 मेगावाट लूहरी स्टेज-1 जलविद्युत परियोजना और हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर और कांगड़ा जिले में स्थित 66 मेगावाट धौलासिद्ध जल विद्युत परियोजना की वर्चुअल माध्यम से आधारशिला रखी। नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के शिमला और मंडी जिले में स्थित 382 मेगावाट सुन्नी बांध जलविद्युत परियोजना के ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (Groundbreaking Ceremony) का भी शुभारंभ किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, जय राम ठाकुर और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर भी उपस्थित रहे।
यह परियोजना सालाना 758.20 मिलियन यूनिट विद्युत का करेगी उत्पादन
परियोजनाओं को एसजेवीएन द्वारा बिल्ड-ओन-ऑपरेट-मेंटेन (बूम) के आधार पर क्रियान्वित किया जा रहा है। लूहरी स्टेज-1 जल विद्युत परियोजना और सुन्नी बांध जल विद्युत परियोजना सतलुज नदी पर और धौलासिद्ध जल विद्युत परियोजना ब्यास नदी पर स्थित है। एसजेवीएन (SJVN) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा ने बताया कि नवंबर 2020 में पीएम मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति द्वारा 210 मेगावाट की लूहरी स्टेज-1 जल विद्युत परियोजना (Luhri Stage-1 Hydroelectric Project) के लिए 1810 करोड़ रुपए की परियोजना लागत को मंजूरी दी गई। परियोजना को जनवरी, 2026 तक कमीशन किया जाना निर्धारित है। कमीशनिंग के उपरांत यह परियोजना सालाना 758.20 मिलियन यूनिट विद्युत का उत्पादन करेगी। इस परियोजना को 66 करोड़ रुपये की बजटीय सहायता भी प्रदान की गई है।
नन्द लाल शर्मा ने बताया कि पर्यावरण के संरक्षण में योगदान करते हुए इस परियोजना से प्रति वर्ष पर्यावरण से 6.1 लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी आएगी। उन्होंने यह भी कहा कि लूहरी स्टेज-1 जल विद्युत परियोजना बीस लाख मानव कार्य दिवस रोजगार के अवसर सृजित करेगी, जबकि हिमाचल प्रदेश राज्य को चालीस साल के परियोजना जीवन काल के दौरान लगभग 1140 करोड़ रुपए की मुफ्त बिजली से अत्यधिक लाभ होगा।
धौलासिद्ध जलविद्युत परियोजना को 687.97 करोड़ की मंजूरी
नन्द लाल शर्मा ने यह भी बताया कि भारत सरकार ने 66 मेगावाट की धौलासिद्ध जलविद्युत परियोजना की 687.97 करोड़ रुपए की परियोजना लागत को मंजूरी दी है और इस परियोजना के लिए 21.6 करोड़ रुपए की बजटीय सहायता भी प्रदान की गई है। परियोजना को नवम्बर, 2025 में पूरा किए जाने का लक्ष्य है। इस परियोजना के पूरा होने पर सालाना 304 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादित होगी। श्री शर्मा ने विद्युत मंत्रालय, भारत सरकार और हिमाचल प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया कि मेगा हाइड्रो परियोजनाओं के डिजाइन, निर्माण और प्रचालन में एसजेवीएन की अनुकरणीय विशेषज्ञता में विश्वास रखा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि एसजेवीएन ने हमेशा अपने लक्ष्यों को हासिल किया है और इन परियोजनाओं को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
सुन्नी बांध जलविद्युत परियोजना की लागत 2614.51 करोड़
नन्द लाल शर्मा ने 382 मेगावाट सुन्नी बांध जलविद्युत परियोजना के बारे में संक्षिप्त रूप से बताते हुए कहा कि परियोजना की लागत 2614.51 करोड़ रुपए आंकी गई है औरपरियोजना के पूरा होने पर सालाना 1382 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन अनुमानित है। यह परियोजना पर्यावरण सेसालानाग्यारह लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड को कम करने में मदद करेगी और हिमाचल प्रदेश राज्य को लगभग 2587 करोड़ रुपएकी मुफ्त बिजली देगी।
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