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चंबा में बोले पीएम- पहले सरकारें सुविधाएं वहां देती थीं, जहां राजनीतिक लाभ मिलता था
चंबा। पीएम नरेंद्र मोदी आज हिमाचल के दौरे पर है। ऊना के बाज पीएम चंबा पहुंचे और यहां पर 800 करोड़ की जलविद्युत परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इसके अलावा पीएम मोदी ने 48 मेगावाट की चांजू-3 पन बिजला परियोजना और 30.5 मेगावाट की देवथल-चांजू जल विद्युत परियोजना की आधारशिला रखी। इसके बाद जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा आज यहां से चंबा सहित हिमाचल प्रदेश के दुर्गम गांवों के लिए सड़कों और रोजगार देने वाले बिजली प्रोजेक्ट का उपहार देने का मेरे लिए अत्यन्त खुशी का अवसर है। चंबा जैसे प्राकृतिक, सांस्कृतिक और आस्था का समृद्ध क्षेत्र विकास की दौड़ में पीछे रह गया क्योंकि हिमाचल की मांगें और फाइलें भटकती रहती थीं। 75 साल बाद, इस पर मुझे स्पेशल ध्यान केंद्रित करना पड़ा था क्योंकि मैं चंबा के सामर्थ्य से परिचित था।
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PM @narendramodi lays the foundation stone of two hydropower projects – 48 MW Chanju-III Hydro-electric Project and 30 MW Deothal Chanju Hydro-electric Project. #HimachalPradesh is expected to get annual revenue of around Rs. 110 crore from these projects
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— PIB India (@PIB_India) October 13, 2022
पीएम ने कहा कि हमने यहां शांता जी को, धूमल जी को अपनी जिंदगी खपाते देखा है। जब बीजेपी के नेताओं को हिमाचल के अधिकार के लिए दिल्ली में जाकर गुहार लगानी पड़ती थी, आंदोलन करना पड़ता था, लेकिन दिल्ली में सुनवाई नहीं होती थी। उन्होंने कहा कि पहले सरकारें सुविधाएं वहां देती थीं, जहां काम आसान होता था, जहां मेहनत कम लगती थी और राजनीतिक लाभ ज्यादा मिल जाता था। इसलिए जो दुर्गम क्षेत्र हैं, जनजातिय क्षेत्र है ,वहां सुविधाएं अंत में पहुंचती थी जबकि सबसे ज्यादा जरूरत तो इन्हीं क्षेत्रों को थी। पहले की सरकारों ने देवभूमि की जनता की आंखों में सिर्फ धूल झोंकी, रत्ती भर भी काम नहीं किया। हिमाचल में रेल सेवा का विस्तार और उसको आधुनिक बनाने के लिए डबल इंजन सरकार लगातार काम कर रही है।
पीएम ने कहा कि चंबा ने मुझे बहुत स्नेह दिया, बहुत आशीर्वाद दिया, तभी तो कुछ महीने पहले मिंजर मेले के दौरान यहां के एक शिक्षक साथी ने चिट्ठी लिख बहुत सी बातें साझा की थी, जिसे मैंने मन की बात में देश और दुनिया के साथ भी शेयर किया था। उन्होंने कहा कि भारत की आजादी का अमृतकाल शुरू हो चुका है, जिसमें हमें विकसित भारत का संकल्प पूरा करना है।आने वाले कुछ महीनों में हिमाचल की स्थापना के भी 75 वर्ष पूरे होने वाले हैं।यानि, जब देश की आजादी के 100 साल होंगे तो हिमाचल भी अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरे कर रहा होगा।इसलिए आने वाले 25 वर्षों का एक-एक दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।जब मैं आपके बीच रहता था तो कहा करता था, कि हमें कभी न कभी उस बात को मिटाना होगा, जो कहता है पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी पहाड़ के काम नहीं आती,आज हमने उस बात को बदल दिया है।
जनतंत्र में जन विश्वास का पर्याय
लोकतंत्र में लोकप्रियता के शिखर
जन आकांक्षाओं को साथ लेकर चलने वाले
पूरे भारत की ऊर्जा, साहस और सामर्थ्य के आधार
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi का देवभूमि हिमाचल की जनता ने प्रेमपूर्ण स्वागत किया।#HimachalWithDoubleEngine pic.twitter.com/U7X3jzgnRP
— BJP (@BJP4India) October 13, 2022
पीएम मोदी ने कहा कि आज हिमाचल के पास डबल इंजन सरकार की ताकत है।इस डबल इंजन की ताकत ने हिमाचल के विकास को डबल तेजी से आगे बढ़ाया है।आज आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख रुपये का मुफ्त इलाज मिल रहा है। इस योजना के सबसे बड़े लाभार्थी भी वही लोग हैं, जो कभी अस्पताल तक नहीं जा पाते थे।डबल इंजन की सरकार का काम करने का तरीका अलग है।हमारी प्राथमिकता ये है कि लोगों के जीवन को आसान कैसे बनाएं।इसलिए हम जनजातीय क्षेत्रों, पहाड़ी क्षेत्रों पर सबसे अधिक बल दे रहे हैं।पिछले 8 वर्षों में पूरे देश के पहाड़ी क्षेत्रों में, दुर्गम इलाकों में, जनजातीय क्षेत्रों में तेज विकास का एक महायज्ञ चल रहा है।इसका लाभ हिमाचल के चंबा को मिल रहा है, पांगी-भरमौर, छोटा-बड़ा भंगाल, गिरिपार, किन्नौर और लाहौल स्पीति जैसे क्षेत्रों को मिल रहा है।हमारी सरकार ने एक और फैसला लिया है।सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा देने का फैसला ये दिखाता है कि हमारी सरकार जनजातीय लोगों के विकास को कितनी प्राथमिकता दे रही हे।जब हम टीकाकरण का अभियान चला रहे थे, तभी सोच लिया था कि हिमाचल के पर्यटन में कोई रुकावट न आए इसलिए यहां टीकाकरण का काम सबसे पहले पूरा किया, बाकी राज्यों में बाद में हुआ। महामारी से आपकी जिदंगी बचाने के लिए जयराम जी और उनकी सरकार ने रात-दिन मेहनत की।