-
Advertisement
पुलिस ने किसानों पर दागे आंसू गैस के गोले, सरकार ने फिर दिया वार्ता का न्योता
Farmers Protest: सरकार के साथ चार बार की वार्ता बेनतीजा निकलने के बाद किसान आज से फिर दिल्ली कूच करने की तैयारी कर रहे हैं। किसान आंदोलन में शामिल 14 हजार किसान अपने 1200 ट्रैकटरों के साथ आगे बढ़ने की कोशिश में हैं। किसानों की तैयारी को देखते हुए पुलिस-प्रशासन पूरी तरह चौकस है। पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर (Shambhu Border) पर बुधवार को किसान जब दिल्ली चलो मार्च के तहत आगे बढ़ने लगे तब उन पर पुलिस ने आंसू गैस (Tear Gas) के गोले दागे। जिस वजह से मौके पर भगदड़ मच गई। वहीं, सरकार ने किसानों को एक बार फिर वार्ता का न्योता दिया है। जिस वजह से फिलहाल ‘दिल्ली मार्च’ को किसानों ने रोक दिया है। कृषि मंत्री (Agriculture Minister) अर्जुन मुंडा ने कहा है कि सरकार किसानों से पांचवें दौर की बातचीत के लिए तैयार है।
ये हैं किसानों की मांगे………..
- MSP की कानूनी गारंटी
- कृषि कर्ज माफी
- बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं
- भूमि अधिग्रहण अधिनियम, 2013 की बहाली
- स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करना
- किसान व खेत में काम करने वाले मजदूरों के लिए पेंशन
- 2021 के लखीमपुर खीरी की हिंसा पीड़ितों के लिए न्याय और 2020-21 में हुए किसान आंदोलन में मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा देने की किसान मांग कर रहे हैं।
समाधान के लिए चर्चा जरूरी
केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा का कहना है कि हमारी सरकार की ओर से चर्चा की कोशिशें की गई, कई प्रस्तावों पर भी चर्चा हुई। हमें बाद में किसानों की नाराजगी के बारे में पता चला कि वह प्रस्तावों से खुश नहीं हैं। कृषि मंत्री ने किसानों से अपील करते हुए कहा है कि हमें समाधान के लिए चर्चा जारी रखनी होगी क्योंकि शांतिपूर्वक तरीके से हमें समाधान निकालना होगा।
-नेशनल डेस्क