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हिमाचल में बिक रहे प्रतिबंधित कीटनाशक, कृषि मंत्री बोले हो कड़ी कार्रवाई
ऊना। कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि अभी भी बाजार में प्रतिबंधित कीटनाशक बिक रहे हैं, जिस पर विभाग के अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। सभी दुकानों के बाहर प्रतिबंधित रसायनों की सूची लगाई जाए और अगर भी फिर दुकानदार प्रतिबंधित कीटनाशक बेचता है, तो कड़ी कार्रवाई हो। यह बात कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने आज कृषि विभाग की प्रदेश स्तरीय ऑनलाइन बैठक की अध्यक्षता करते हुए ऊना में कही। उन्होंने कहा कि राज्य के किसानों को विभाग की ओर से गुणवत्तापूर्ण तथा सभी मापदंड पूरा करने वाले कृषि उपकरण ही उपलब्ध करवाए जाएंगे। इसमें विभाग के अधिकारियों की भी जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी तथा घटिया क्वालिटी के उपकरण पास करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
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बैठक में वीरेंद्र कंवर ने जोर देते हुए विभाग के अधिकारियों को किसान की आय को दोगुना करने के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए फील्ड में जाकर काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी कार्यालयों में बैठने की बजाय अपना अधिक से अधिक समय खेत में किसान के साथ बिताएं तथा उनके लिए प्रत्येक माह प्रशिक्षण शिविर का आयोजन भी करें। कृषि मंत्री ने कहा कि शोध किसानों तक पहुंचना चाहिए, ताकि उन्हें भरपूर लाभ मिल सके। प्रगतिशील किसानों को अन्य किसानों के लिए रोड मॉडल के रुप में प्रस्तुत किया जाए तथा अधिकारी उनके साथ निरंतर संवाद कायम रखें। उन्होंने कहा कि कृषि को लाभ का सौदा बनाने के मॉडल तैयार करने होंगे। इसके लिए विभागीय अधिकारियों को खंड, जिला तथा राज्य स्तर पर कार्य योजना तैयार करनी होगी तथा उस योजना को सही ढंग से लागू करना होगा।
लैब सर्टिफाइड बीज होंगे उपलब्ध
कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि किसानों को प्रयोगशाला से सर्टिफाइड बीज ही उपलब्ध करवाए जाएंगे, इसके लिए जिला स्तर पर प्रयोगशालाएं खोली जाएंगी। कंवर ने कहा कि बीजों के लिए हिमाचल प्रदेश को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में बढ़ना होगा। अधिक से अधिक गुणवत्तापूर्ण बीज हिमाचल प्रदेश में ही पैदा होना चाहिए तथा कम से कम 50 प्रतिशत आपूर्ति राज्य के पंजीकृत किसानों के माध्यम से ही होनी चाहिए।
हिमाचल के ऑर्गेनिक उत्पादों की ब्रांडिंग होगी
कृषि मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक तथा ऑर्गेनिक उत्पादों की ब्रांडिंग की जाएगी, ताकि किसानों को इसके अच्छे दाम मिल सकें। उन्होंने कहा कि किसानों को फसलों के विविधिकरण के लिए भी प्रोत्साहित किया जाना चाहिए, ताकि वह अधिक से अधिक लाभ कमा सकें और इससे रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
नए कृषि कानूनों से आएगी खुशहाली
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि नए कृषि कानूनों से किसान खुशहाल होंगे क्योंकि इसमें किसान को अपना उत्पाद कहीं भी बेचने की आजादी है। किसान बिचौलियों के चंगुल से आजाद होंगे तथा समय पर भुगतान संभव हो पाएगा। कृषि क्षेत्र को आज आधुनिकतम तकनीक की तत्काल आवश्यकता है, ताकि मेहनतकश किसानों को लाभ हो सके तथा इन नए कानूनों के बेहतर परिणाम सामने आएंगे। वर्चुअल बैठक में विशेष कृषि सचिव राकेश कंवर, कृषि निदेशक डॉ. आरके कौंडल सहित सभी जिलों के उपनिदेशक तथा अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।