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#Punjab में मालगाड़ियां बंद करने के होंगे गंभीर नतीजे, हिमाचल, लद्दाख व J&K भी होंगे प्रभावित
Last Updated on November 2, 2020 by
चंडीगढ़। पंजाब (Punjab) में मालगाड़ियों के रद्द होने से गेहूं और सब्जियों की फसलों के लिए यूरिया की भारी कमी हो गई है, और राज्य सरकार के अधिकारियों का कहना है कि इस वजह से रबी फसल की बुवाई प्रभावित हो सकती है. जिसके बाद अब पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amrinder Singh) ने रेल मंत्रालय द्वारा राज्य में मालगाड़ियों का परिचालन बंद करने पर नाराजगी जताई है। अमरिंदर सिंह ने कहा है कि अगर राज्य से मालगाड़ियों की आवाजाही जल्द बहाल नहीं हुई तो खतरनाक नतीजे हो सकते हैं। इस संबंध में सीएम ने बीजेपी चीफ जेपी नड्डा के नाम एक खुला खत भी लिखा है।
यहां पढ़ें सीएम ने अपने इस खत में और क्या लिखा
My open letter to @BJP4India President @JPNadda to whom I am writing in a lot of pain over statements of some BJP national & Punjab leaders. Some of them even called our farmers "Naxal Forces”. I hope he will take note & respond like a statesman. (1/3) pic.twitter.com/z6BUAyQB8H
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) November 1, 2020
सीएम अमरिंदर ने इस खत में दावा किया है कि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) और लद्दाख जैसे इलाकों में सर्दियों की शुरुआत के साथ सशस्त्र बल बुरी तरह प्रभावित हो सकते हैं। कैप्टन ने लिखा है कि बर्फबारी के बाद रोड ब्लॉक होने पर उनके पास खाद्य-रसद और जरूरी चीजों की सप्लाई ठप हो सकती है। पंजाब सीएम ने अपने इस पत्र में आगे लिखा कि ये ऐसे खतरे हैं जिनको ना तो केंद्र सरकार और ना ही बीजेपी सहित कोई भी राजनीतिक दल नजरअंदाज कर सकता है। देशहित में हमें विवादित मुद्दों को हल करने के साझा उद्देश्य के मकसद से एक साथ खड़े रहने की जरूरत है।
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बक़ौल सीएम अमरिंदर सिंह, ”हर दिन मालगाड़ियों के नहीं चलने का मतलब उद्योग, कृषि, कोयले और अर्थव्यवस्था को गंभीर नुकसान है। कोयला, यूरिया और डीएपी के स्टॉक में कमी को देखते हुए इस संकट पर ध्यान देने की जरूरत है।’ उन्होंने इस खत में लिखा कि अगर सशस्त्र बल महत्वपूर्ण सप्लाई से वंचित हैं तो चीन और पाकिस्तान दोनों से बढ़ते आक्रामक खतरों के बीच हालात देश के लिए बेहद खतरनाक हो सकते हैं। यदि किसानों के मौजूदा संकट का जल्द से जल्द समाधान नहीं हुआ तो पंजाब भी गंभीर सुरक्षा चिंता का विषय बन सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि पाकिस्तान के आईएसआई समर्थित समूह किसी भी उपद्रव या अशांति का फायदा उठाने की फिराक में हैं।