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कसौली विस सीटः सैजल और सुलतानपुरी तीसरी बार आमने-आमने, कौन मारेगा बाजी
हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में पांच विधानसभा क्षेत्र है और उनमें एक है कसौली। कसौली का नाम सुनते है जहन में एक खूबसूरत पर्यटक स्ठल उभरता आता है।लेकिन हिमाचल की राजनीति में ये सीट काफी अहम है। यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है और पिछले 15 साल से यहां बीजेपी का वर्चस्व कायम है। जयराम सरकार में स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजीव सैजल यहां से विधायक है। इस बार उनका मुकाबला पुराने प्रतिद्वंदी कांग्रेस के विनोद सुल्तानपुरी से है। डॉ राजीव सैजल व विनोद सुल्तानपुरी तीसरी बार आमने आमने हैं। हालांकि आम आदमी पार्टी की ओर से हरमेल धीमान भी मैदान में है। ऐसे में कुल मिलाकर इस बार मुकाबला कांटे की टक्कर को होने वाला है। उसका कारण यह है कि हरमेल धीमान ने बीजेपी का साथ छोड़ आप का दामना थामा है। ऐसे में चुनौती डॉ. राजीव सैजल के सामने है। यह कहना गलत नहीं होगा कि इस बार कसौली विधानसभा क्षेत्र की हवा बदली सी नजर आ रही है।
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बीजेपी से यहां से इस बार चौथी बार जीत हासिल करना चाहती है वहीं कांग्रेस कुछ भी करके सीट पर कब्जा करने की फिराक में है। पिछले चुनावों में सैजल ने सुल्तानपुरी को सिर्फ 442 वोटों के अंतराल से मात दी थी। इससे पहले 2012 के चुनाव में राजीव सैजल ने 19,960 मत प्राप्त कर मात्र 24 वोटों के मार्जिन से कांग्रेस के विनोद सुल्तानपुरी को हराया था। वर्ष 2007 के चुनाव भी बीजेपी के सैजल ने 6,374 मतों के अंतराल से कांग्रेस के रघु राज को हराकर जीता था। वर्ष 2003, 1998 और 1993 के तीनों चुनावों को कांग्रेस के रघु राज ने ही जीते थे। 1998 और 1993 के चुनाव में उनका मुकाबला बीजेपी के विरेंद्र कश्यप और 1998 में एचवीसी के चमन लाल से था। कसौली में कुल 68,462 मतदाता है, इन में 35,277 पुरूष मतदाता और 33,185 महिला मतदाता है। इसके अलावा 469 सर्विस वोटर व अन्य भी हैं. इससे यहां पर कुल वोटरों की संख्या इस बार 68,932 है।