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वेंटिलेटर पर सलमान रुश्दी, लीवर क्षतिग्रस्त, गंवा सकते हैं एक आंख
न्यूयॉर्क में एक कार्यक्रम के दौरान अंग्रेजी भाषा के मशहूर लेखक सलमान रुश्दी (Salman Rushdie)पर चाकू से हमला किया गया। इस दौरान रुश्दी की गर्दन से काफी खून निकला। रुश्दी पर उस समय हमला (Attacked) किया गया, जब वह पश्चिमी न्यूयॉर्क (New York)में आयोजित एक कार्यक्रम में व्याख्यान देने वाले थे। फिलहाल, अस्पताल में रुश्दी की सर्जरी की जा चुकी है और उनको (Ventilator)वेंटिलेटर पर रखा गया है। वहीं हमलावर की पहचान न्यू जर्सी के 24 वर्षीय हादी मतार के रूप में हुई है। रुश्दी का हमले में लीवर क्षतिग्रस्त हुआ है,उनकी एक आंख जाने का भी खतरा बना हुआ है।
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न्यूयॉर्क स्टेट पुलिस के मुताबिक सुबह 11 बजे चौटाउक्वा इंस्टीटयूशन में हमलावर तेजी से मंच पर दौड़ा और सलमान रुश्दी पर चाकू से हमला कर दिया। चाकू सलमान रुश्दी के गर्दन पर लगा और वह मंच पर ही गिर पड़े। रुश्दी को एयर एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (British Prime Minister Boris Johnson) ने भी लेखक सलमान रुश्दी पर हुए हमले पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा, यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला है। जॉनसन ने एक ट्वीट में कहा, इस बात से स्तब्ध हूं कि सर सलमान रुश्दी को चाकू मार दिया गया। हमें कभी भी उनका समर्थन करना बंद नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा, मेरी संवेदनाएं उनके चाहने वालों के साथ हैं। हम सभी प्रार्थना करते हैं कि वे जल्द से जल्द ठीक हों।
Appalled that Sir Salman Rushdie has been stabbed while exercising a right we should never cease to defend.
Right now my thoughts are with his loved ones. We are all hoping he is okay.
— Boris Johnson (@BorisJohnson) August 12, 2022
वहीं प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ऋषि सुनक ने कहा, सलमान रुश्दी पर हमले के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं।याद रहे कि वर्ष 1988 में रुश्दी ने सैटेनिक वर्सेज (Satanic Verses) नामक उपन्यास लिखा था। जिसका हिंदी में अर्थ शैतानी आयतें हैं। इस किताब के नाम पर ही मुस्लिम धर्म के लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई थी। रुश्दी ने अपनी इस किताब में एक काल्पनिक किस्सा लिखा है। 34 साल पहले यानी 1988 में लिखी इसी किताब की वजह से सलमान रुश्दी पर पैगंबर की बेअदबी के आरोप लगे। 1989 में ईरान की इस्लामिक क्रांति के नेता अयातुल्ला खुमैनी (Ayatollah Khomeini)ने रुश्दी के खिलाफ मौत का फतवा जारी कर दिया था। इस फतवे के जारी होने के 33 साल बाद शुक्रवार को अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में सलमान रुश्दी पर जानलेवा हमला हुआ है।