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हिमाचल में हादसाः चंबा में निजी बस खाई में गिरी बस, 9 लोगों की गई जान
चंबा। हिमाचल प्रदेश में एक बड़ा हादसा ( Big accident) हुआ है। जिला चंबा में हुए इस हादसे में निजी बस खाई में गिर गई। यह निजी बस( एचपी- 73ए-1316) बोदेरी से चंबा ( Bodri to chamba) जा रही थी कि तीसा कॉलोनी मोड़ पर खाई में जा गिरी। बस में सवार छह लोगों ने मौके… Continue reading हिमाचल में हादसाः चंबा में निजी बस खाई में गिरी बस, 9 लोगों की गई जान
Himachal : चंबा में निजी बस में सफर कर रहे व्यक्ति से 4 किलो से ज्यादा चरस बरामद
बस में बैठे ताज मुहम्मद (33) के पीठू बैग को चैक किया तो उसके अंदर 4 किलो 12 ग्राम चरस बरामद की गई। पुलिस टीम आरोपी को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया।
#Kangra निजी बस ऑपरेटरों के हाथ बेलचा और गैंती, NH पर क्या करने उतरे- जाने
दुर्गा दास, मीडिया प्रभारी विनय सिंह बेदी, सोसाइटी के अड्डा प्रभारी ठाकर टिंकू, अजय परिहार और संदीप वालिया ने बताया कि यह क्रम आगे भी जारी रहेगा।
कल किसान यूनियनों का चक्का जाम, Kangra निजी बस ऑपरेटर यूनियन का यह फैसला
बैठक की जानकारी देते हुए जिला कांगड़ा निजी बस ऑपरेटर यूनियन के अध्यक्ष हैप्पी अवस्थी ने बताया कि यूनियन चक्का जाम का समर्थन नहीं करती है।
किराया बढ़ोतरी के बाद अब निजी बस ऑपरेटरों ने Tax में मांगी अतिरिक्त छूट
प्रदेश के विभिन्न जिलों में विशेषकर सोलन जिला में हिमाचल पथ परिवहन निगम द्वारा निजी बसों से 5-10 मिनट के अंतराल में बसों का संचालन किया जा रहा है
Jai Ram के गृह जिला में बस अड्डा फीस वसूलने पर भड़के निजी बस ऑपरेटर
सरकार ने स्पेशल रोड टैक्स व टोकन टैक्स में रियायत देने के जो वादे किए थे वह भी पूरे नहीं किए जा रहा हैं। इससे तमाम ऑपरेटरों में गुस्सा है।
Bilaspur: निजी बस ऑपरेटरों का प्रदर्शन, प्रशासन को सौंपी बसों की चाबियां
बिलासपुर (Bilaspur) में निजी बस ऑपरेटरों ने नारेबाजी भी की। बस ऑपरेटरों का कहना है कि कोरोना (Corona) काल के दौरान लंबे अरसे से बसें खड़ी हैं।
Kangra निजी बस ऑपरेटर चाहते हैं किराया बढ़ोतरी, कितना बढ़े- सरकार पर छोड़ा
करीब पांच माह से अधिकतर बसें रूट पर नहीं चली हैं, जिस वजह से वहां सवारियों को अभी विश्वास नहीं है कि बसें पूर्व की तरह फिर से अपनी सेवाएं देंगी।
Corona काल में वेतन ना मिलने से भड़के निजी बस चालक-परिचालक, सौंपा ज्ञापन
इस संकट की घड़ी में कोई ऑपरेटर मदद के लिए आगे नहीं आया है। बस ऑपरेटर ने कोविड फंड में राशि दी है, लेकिन अपने कर्मियों को वेतन नहीं दिया।
Cabinet की आहट सुनते ही निजी बस ऑपरेटर संघ ने परिवहन मंत्री से की मुलाकात, जाने क्या हैं कारण
बस ऑपरेटर की मांग है कि एसआरटी और टोकन टैक्स 31 मार्च, 2021 तक माफ करने के अलावा अन्य राज्यों की तर्ज पर किराए में वृद्धि करने सहित 6 सूत्रीय मांगे रखी गए हैं।