-
Advertisement
पापा को देख बेटी में जागा अफसर बनने का जज्बा, पास की यूपी पीसीएस की परीक्षा
कई बार बच्चे अपने पेरेंट्स से शिक्षा लेकर (learning from parents) जीवन में आगे बढ़ते हैं। अपने पिता या माता (father or mother) की पद प्रतिष्ठा या उनके आचरण से प्रेरित होकर अपना लक्ष्य निर्धारित भी कर लेते हैं और उस तक पहुंच भी जाते हैं। ऐसा ही कुछ मूलतः प्रतापगढ़ की रहने वाली गरिम सिंह ने कर दिखाया। उसने यूपी पीसीएस 2021 (UPPCS 2021) की परीक्षा पास करते हुए अपने संवर्ग में छठा स्थान हासिल कर लिया। गरिमा ने यह परीक्षा तीसरे प्रयास मंें उत्तीर्ण की। गरिमा मूलतः उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के करमाही गांव की रहने वाली है। गरिमा की पढ़ाई लखनऊ (Lucknow) पब्लिक स्कूल से हुई। उसके पिता प्रकाश सिंह लखनऊमें विधानसभा में संयुक्त सचिव पद पर तैनात हैं। उसकी शुरुआत की पढ़ाई तो लखनऊ पब्लिक स्कूल में हुई।
यह भी पढ़ें:Breaking: यूजीसी नेट परीक्षा 2022 का रिजल्ट घोषित,ऐसे जाने अपना परिणाम
उसके बाद उसने लखनऊ के ही एक कॉलेज (College) से केमिस्ट्री से मास्टर्स किया। उसके पापा विधानसभा में थे तो ऐसे में शुरू से ही उसका लालन-पालन अफसरों के बीच हुआ। उसका भी जज्बा था कि वह भी एक अफसर ही बने। लेकिन यह निश्चित नहीं था कि ऐसा हो भी पाएगा कि नहीं। इसी बीच उसने डाइट उन्नाव से बीटीसी की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली और वर्ष 2020 में उसका सेलेक्शन प्राथमिक स्कूल टीचर के रूप में हो गया। मगर उसका जज्बा तो अफसर बनना था, इसलिए उसने दिल्ली जाकर सिविल सर्विसेज की तैयारी करना शुरू कर दी। उसका उसके परिवार ने भी पूरा साथ दिया। उसके माता-पिता (Parents) ने उस पर भरोसा किया और गरिमा का चयन खनन विभाग में हो गया। गरिमा की माता गृहिणी हैं। गरिमा ने प्रतियोगी परीक्षार्थियों और उनके अभिवावकों के लिए भी मैसेज दिया। उन्होंने कहा कि सभी पैरेंट्स से ये आग्रह है कि वह बेटियों को खुला आसमान दें। उन्हें खूब पढ़ाएंए और सबसे बड़ी बात उनपर भरोसा करें। इसके आलावा उन्होंने छात्रों से कहा है कि वो अपने लक्ष्य पर ध्यान रखेंए सफलता निश्चित मिलेगी भले ही उसे मिलने में थोड़ी देर हो। गरिमा यूपी के पूर्व मंत्री डॉ महेंद्र सिंह की भतीजी हैं। गरिमा के बड़े पापा वेद प्रकाश सिंह भी विधानसभा में संयुक्त सचिव हैं, जबकि उनके चाचा सुरेश सिंह प्रतापगढ़ के करमाही गांव के ग्राम प्रधान हैं।