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शांता बोले- सदन में हुल्लड़ बाजी के लिए नहीं दिया जाता है पैसा, वेतन काटे सरकार
कांगड़ा। पूर्व सीएम शांता कुमार ने मानसून सत्र के दौरान संसद की कार्यवाही को देखकर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि देश के 19 करोड़ लोग आज भी भूखे पेट सोते हैं और संसद में सांसद मुद्दा हल करने के बजाए हुल्लड़बाजी करते हैं। शांता कुमार ने कहा कि संसद में जिस प्रकार की हुल्लड़बाजी हुई है उससे देश का सिर झुक गया है। सदन को चलाने की जिम्मेवारी सरकार और अध्यक्ष पर होती है। संविधान ने उन्हें कार्रवाई करने के अधिकार दिेए हैं, उन्हें इन हुल्लड़बाज सांसदों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
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शांता कुमार ने दुख प्रकट करते हुए कहा कि दुर्भाग्य से देश का लोकतंत्र भीड़तंत्र में तब्दील होता जा रहा है। उन्होंने कहा किसदन समाप्त होने के बाद अब दोनों सदनों के अध्यक्ष कार्रवाई पर विचार कर रहे हैं। शांता ने कहा कि हिमाचल में सबसे अधिक कर्मचारियों की हड़ताल होती थी। यह हिमाचल की बहुत बड़ी समस्या थी। 1990 में काम नहीं तो वेतन नहीं लागू किया। 29 दिन की हड़ताल का वेतन नहीं दिया। तब से लेकर आज तक पूरी शांति हो गई है। सदन में यह नियम लागू किया जाए। सदन की कार्यवाही रोकने वाले सदस्य का पहले एक दिन का वेतन काटा जाए और बाद में पूरे महीने का वेतन काट लिया जाए। इससे सदन में पूरी शांति हो जाएगी।
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