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शारदीय नवरात्रः हिमाचल के शक्तिपीठों में दर्शनों के लिए पहुंचे भक्त,सुरक्षा के पूरे इंतजाम
हिमाचल प्रदेश के शक्तिपीठों पर सुबह की आरती के साथ और मंत्रोच्चारण के साथ शारदीय नवरात्र शुरू हो गए हैं। शक्तिपीठों में आज सुबह से मां के दर्शनों के लिए भक्त पहुंचे। चिंतपूर्णी, ज्वालाजी, कांगड़ा में बज्रेश्वरी, मां चांमुडा मंदिर व बिलासपुर में नैना देवी मंदिर में सुबह ही मां के जयकारे गूंजे। सभी मंदिरों को रंग बिरंगी रोशनी व फूलों से सजाया गया है। सभी शक्तिपीठों कोविड-19 प्रोटोकाल का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है और मंदिर अधिकारी इसके लिए हर तरह की एहतियात बरत रहे हैं। ऐसी व्यवस्था की गई है कि किसी श्रद्धालुओं को कोई परेशानी भी न हो और कोविड-19 प्रोटोकाल भी न टूटे।
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बिलासपुर में मां नैना देवी के दर्शनों के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु पंजाब, हरियाणा दिल्ली और अन्य प्रदेशों से पहुंचना शुरू हो गए है। सभी के कतारों में दर्शन करवाए जा रहे हैं। इस दौरान एसओपी का पालन किया जा रहा है। नवरात्र के दौरान श्रद्धालुओं को मंदिर में हवन यज्ञ करने , पूजा पाठऔर कन्या पूजन करने पर मनाही है। इसके अलावा मंदिर में कड़ाह प्रसाद नारियल चडाने पर भी प्रतिबंध है। नवरात्र के इस पावन उपलक्ष्य पर नैना देवी मंदिर को रंग बिरंगी लाइटों व फूलों से सजाया गया है। हरियाणा के करनाल की समाज सेवी संस्था की ओर से इस बार मंदिर की भव्य सजावट की गई है। इसके अलावा मंदिर क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगभग 700 के करीब पुलिसकर्मी, महिला पुलिसकर्मी ,होमगार्ड के जवान तैनात हैं जबकि मंदिर परिसर के अंदर व्यवस्था बनाए रखने के लिए एक्स सर्विस मैन,तैनात किए गए हैं।
चामुंडा मंदिर में एक रिजर्व व 15 गृहरक्षक सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा संभाले हुए हैं। और साथ ही 12 सीसीटीवी कैमरों के अलावा छह अतिरिक्त कैमरे लगाए गए हैं। आज 61 पंडित व 15 संस्कृत महाविद्यालय के शास्त्री आठ दिन धार्मिक अनुष्ठान व यज्ञ करेंगे। इसी तरह से ज्वालामुखी मंदिर में सुरक्षा के लिए अतिरिक्त 50 पुलिस जवान तैनात किए गए हैं। मां बज्रेश्वरी के द्वार में भी आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पुलिस व गृह रक्षक तैनात किए गए हैं। सीसीटीवी कैमरों से आने जाने वालों पर नजर रखी जाएगी और कोविड-19 नियमों की पाना की जाएगी।