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हिमाचल में एनएच-5 पर दरक रहे पहाड़ः उरणी पुल क्षतिग्रस्त, पागलनाला फिर हुआ “पागल”
Last Updated on September 13, 2021 by saroj patrwal
रिकांगपिओ। हिमाचल में बारिश कहर ढहा रही है। कई जगह भूस्खलन के चलते पहाड़ों से पत्थर व मलबा गिर रहा है और कई सड़कें बंद हो गई है। जिला किन्नौर में नेशनल हाइवे पर कई जगह भूस्खलन हुआ है। किन्नौर के उरणी पुल पर पहाड़ों चट्टान गिरने के कारण ये पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। इस पर से वाहनों की आवाजाही भी ठप हो गई है। प्रशासन ने बड़े वाहनों को वाया चोलिंग-उरनी संपर्क मार्ग से डायवर्ट कर दिया है।
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टापरी समीप पागल नाले में भारी बारिश के चलते फिर से मलबा आ गया है। यहां पर भी राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया है। इस नाले में बारिश के दौरान हर बार मलबा आ जाता है , जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा उरणी ब्रिज, निगुलसारी समीप भी पहाडियों से दोबारा भूस्खलन हुआ है। ऐसे में डीसी किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने लोगों को फिलहाल मौसम के अनुकूल होते तक यात्रा ना करने की हिदायत भी दी है। एनएच- 75 पर रविवार को दोपहर 1 बजे के करीब बधाल के पास बड़ी चट्टान गिरने से यातायात पूरी तरह से बाधित हुआ था। रिकांगपिओ से पूह व स्पीति को जोड़ने वाला एनएच-5 पर पुरवानी झूला,नेसंग पुल के पास भी पत्थरों का गिरना जारी है।
राजधानी शिमला में भी लगतार बारिश हो रही है जिसके चलते जगह-जगह भूस्खलन और पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आ रही हैं। शोघी-मैहली बाईपास पर पहाड़ी से भूस्खलन होने के कारण यहां पर मार्ग बंद हो गया है। रविवार को शहर में खलीनी के समीप पेड़ सड़क पर गिरने से यातायात ठप रहा।