-
Advertisement

श्रीखंड महादेव यात्रा शुरुः सिंहगाड़ में पंजीकरण के बाद भेजा जा रहा है श्रद्धालुओं को
उतर भारत की सबसे कठिनतम श्रीखंड महादेव यात्रा( Shrikhand Mahadev Yatra)आधिकारिक तौर पर आज से शुरू हो गई। यात्रा पर जाने के लिए भक्तों में खासा उत्साह देखा गया। बेस कैंप सिंहगाड़ में सुबह पांच बजे से पंजीकरण व मेडिकल चैकअप शुरु कर दिया था। यहां पर श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लगी हुई है। प्रशासन की ओर से जारी एडवाइजरी के अनुसार श्रद्धालु चिकित्सा प्रमाण पत्र अपने साथ लेकर आएं हैं और यहां पर स्वास्थ्य की जांच की जा रही है।
यह भी पढ़ें- अमरनाथ यात्रा फिर शुरू, बेस कैंप से 4,026 तीर्थयात्रियों का नया जत्था रवाना
24 जुलाई 2022 तक चले वाली इस यात्रा में पांच बेस कैम्प सिंहगाड़, थाचडू, कुंशा, भीमडवारी और पार्वतीबाग हैं। जिसमें प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए प्रत्येक बेस कैम्प में एक सेक्टर मजिस्ट्रेट के अधीन मेडिकल, रेस्क्यू पुलिस की टीमें तैनात है। सभी बेस कैंप में लगभग 20 स्वास्थ्य कर्मी, 30 पुलिसकर्मी व 40 सदस्य रेस्क्यू हेतू तैनात है। पंजीकरण शुल्क 200 रुपए है। 18 साल से कम तथा 60 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों को यात्रा करना मना है। बिना पंजीकरण या चोरी छिपे जा रहे यात्रियों को यहां से वापस भेजा जाएगा।
जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी करते हुए अपील की है कि श्रद्धालु चिकित्सा प्रमाण पत्र अपने साथ लेकर आएं तथा बेस कैम्प सिंहगाड़ में स्वास्थ्य जांच अवश्य कराएं। पूर्णतया स्वस्थ होने पर ही यात्रा करें। अकेले यात्रा न करें केवल साथियों के साथ ही यात्रा करें। चढाई धीरे धीरे चढे सांस फूलने पर वहीं रूक जायें। छाता, बरसाती, गर्म कपड़े, गर्म जूते, टार्च एंव डण्डा अपने साथ अवश्य लायें। प्रशासन द्वारा निर्धारित रास्तों का ही प्रयोग करें। किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या हेतू निकटतम कैंप में सम्पर्क करें। सफाई का विशेष ध्यान रखने की अपील प्रशासन ने की है। दुर्लभ जड़ी बूटियों एंव अन्य पौधो के संरक्षण में सहयोग, इस यात्रा को पिकनिक अथवा मौजमस्ती के रूप में न लेने व केवल भक्ति भाव एंव आस्था से ही तीर्थ यात्रा करने का आग्रह भी प्रशासन ने किया है। श्रद्धालु किसी भी प्रकार का दान अथवा चढ़ावा केवल ट्रस्ट के दान पात्रों में ही डालें।
प्रशासन की ओर से जारी दिशा निर्देशों के अनुसार सुबह 5 बजे से पहले और शाम 4 बजे के बाद बेस कैम्प सिंहगाड़ से यात्रा न करने को कहा गया है। खाली प्लास्टिक की बोतलें एंव रैपर इत्यादि खुले में न फेंके बल्कि अपने साथ वापिस लाकर कूड़ादान में डाले। जड़ी बूटियों एंव दुर्लभ पौधों से छेड़ छेड़ा न करें। किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थों मांस मदिरा इत्यादि का सेवन न करें। यह एक धार्मिक यात्रा है उसकी पवित्रता का ध्यान रखें। श्री खण्ड महादेव की पवित्र चटान पर किसी भी प्रकार का चढ़ावा अथव त्रिशूल इत्यादि लगाने के लिये न चढ़ें। पवित्र चटटान अत्यंत पावन शिवलिंग का स्वरूप है। इसके ऊपर पैर रखकर इसकी पवित्रता नष्ट न करें।24 जुलाई को गए अंतिम जत्थे के वापिस बेस कैंप में लौट आने के बाद सारे इंतजाम समेट लिए जाएंगे। साथ ही बिना पंजीकरण के यात्रा पर जाने पर पाबंदी लगा दी गई है और अवहेलना करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।