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बेटे ने मां का अंतिम संस्कार करने से किया मना, टाइम ना होने का दिया हवाला
मां-बाप अपने बच्चों के लिए हर कुछ करने के लिए तैयार होते हैं। वहीं, कुछ बच्चे ऐसे होते हैं जो अपने मां-बाप की जरा भी परवाह नहीं करते हैं। वक्त के साथ-साथ उन्हें अपने माता-पिता बोझ लगना शुरू हो जाते हैं। हाल ही में ऐसा एक मामला सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप दंग रह जाएंगे। दरअसल, एक महिला (55) के शव को उसके परिवार वाले अस्पताल में ही छोड़ आए हैं। इतना ही नहीं मृतका के बेटे ने टाइम ना होने का हवाला देकर अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है।
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ये मामला मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के यवतमाल जिले के वणी गांव का है। जानकारी के अनुसार, खंडवा में एक महिला का शव तीन दिन से अस्पताल की मरच्यूरी में अंतिम संस्कार के इंतजार में है। महिला के अंतिम संस्कार के लिए पुलिस लगातार मृतका के बेटे और परिवार से फोन पर संपर्क कर रही है, लेकिन बेटे ने वक्त की कमी होने का हवाला देकर संस्कार करने से मना कर दिया है।
बताया जा रहा है कि 25 मई, 2022 को मृतका पुष्पा अपनी बेटी निकिता (27), भतीजी पिंकी (29) और भतीजे अभिषेक (27) के साथ कार में बैतूल के देसली होते हुए ओंकारेश्वर की ओर आ रही थी। इसी बीच देसली गांव के पास कार का स्टेयरिंग फेल हो गया और कार पलट गई। हादसे के वक्त गाड़ी अभिषेक चला रहा था। हादसे में पुष्पा, निकिता और पिंकी को गंभीर चोट आई, जबकि अभिषेक सुरक्षित था। इसके बाद लोगों की मदद से अभिषेक ने तीनों को खंडवा के जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने पुष्पा को मृत घोषित कर दिया। वहीं, निकिता और पिंकी की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टर्स ने उन्हें नागपुर अस्पताल रेफर कर दिया। वहीं, अभिषेक बिना पुष्पा का पोस्टमार्टम करवाए शव को वहीं छोड़ कर चला गया।
पुलिस का कहना है कि पुष्पा के पति का पहले ही निधन हो चुका है। उनके परिवार में बेटा सन्नी, बेटी निकिता और गुड़िया है। सभी बच्चों की शादी हो चुकी है। पुष्पा अपनी बेटियों के साथ रहती थीं। जबकि, सन्नी वणी में रहता है और वे वहां किसी ट्रेवल्स कंपनी मे एजेंट है।
मोघट पुलिस के अनुसार, तीन दिन से वे मृतका के ससुराल पक्ष से लेकर बेटे सन्नी व भाई राकेश सिंह को फोन कर रहे हैं। जब सन्नी को पुष्पा के अंतिम संस्कार के लिए खंडवा बुलाया गया तो उसने वहां आने से मना कर दिया। उसने कहा कि वो नहीं आ सकता और उसे कोई मतलब नहीं है और ना ही उसके पास समय है। वहीं, राकेश सिंह का कहना है कि अभी उसका रिजर्वेशन नहीं हुआ है। वे एक-दो दिन में आकर शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाएगा।