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इनसान की जरूरत के अनुसार खुद को बदलता है यह स्मार्ट मास्क, कैसे करता है काम, जानें यहां
कोरोना (Corona) काल में मास्क एक बहुत जरूरी चीज बन गया है। इस वायरस (Virus) से बचना है तो मास्क जरूर पहने। इसके साथ सेनेटाइजर का भी इस्तेमाल करते रहें। आज मार्केट में बहुत सारे मास्क उपलब्ध हैं, परंतु कुछ ही मास्क कोरोना के बचाव में ज्यादा असरदार हैं। अब हम जिस मास्क (Mask) की बात करने जा रहे हैं वह जरूरत के अनुसार खुद को बदलता रहता है। यह मास्क दक्षिण कोरिया के वैज्ञानिकों ने बनाया है। इसे नाम दिया है डायनमिक रेस्पिरेटर (Dynamic Respire)। दक्षिण कोरिया की सियोल नेशनल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों का कहना है कि इस स्मार्ट मास्क की मदद से वॉक या वर्कआउट के दौरान होने वाली सांस की समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा।
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स्मार्ट मास्क में क्या है खास
सियोल नेशनल यूनिवर्सिटी (Seoul National University) के वैज्ञानिकों का कहना है कि एक्सरसाइज या वॉक करते समय इनसान मास्क लगाता है, लेकिन इसी दौरान शरीर को सबसे ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत होती है। नतीजा, इंसान तेजी से सांस लेने लगता है, मास्क के कारण दिक्कत होती है। इसके लिए जिम्मेदार होता है वो फिल्टर जो मास्क में लगा होता है। इन जरूरतों का ध्यान रखते हुए वैज्ञानिकों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस मास्क तैयार किया है। इसी एआई के कारण ही यह इंसान की जरूरत के मुताबिक खुद को बदलता है।
कैसे काम करता है
सियोल नेशनल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर सियूंग ह्वान का कहना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस यह मास्क जब शरीर को ज्यादा ऑक्सीजन (Oxygen) की जरूरत होती है तो मास्क के फिल्टर के छेदों का आकार बढ़ जाता है। खास बात है कि यह अपने आप ही एडजस्ट हो जाता है। मास्क के जरिए अधिक ऑक्सीजन पहुंचने पर सांस लेने में दिक्कत नहीं होती।
बाहर के माहौल के अनुसार खुद बदलता है
न्यूज मेडिकल (News Medical) की रिपोर्ट के मुताबिक, इस मास्क में ऐसा सेंसर लगा है जो पीएमकणों को जांचता है। यह भी पता लगाता है कि हवा कितनी प्रदूषित है। इस सेंसर की मदद से प्रदूषण की जानकारी भी मिल जाती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि हमने नए तरह का मास्क तैयार किया है जो इंसान की स्थिति और बाहर के माहौल के मुताबिक खुद को बदलता है। पहली बार ऐसा मास्क तैयार किया गया है जो फिल्टर पर फोकस करता है, लेकिन इंसान की जरूरत को ध्यान में रखते हुए।
सांस लेने में नहीं आएगी दिक्कत
शोधकर्ताओं का कहना है कि अब हम ऐसे मैटेरियल पर काम कर रहे हैं कि मास्क को लगाने के दौरान सांस लेने में समस्या न आए। कोशिश है कि मास्क को हल्का तैयार किया जा सके, ताकि इसे लगाने में लोगों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो। इस मास्क को तैयार करने के लिए कोशिश जारी है।
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