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Video : श्रद्धा और आस्था का संगम, मैड़ी में सुप्रसिद्ध होला मोहल्ला मेले का हुआ आगाज
Last Updated on March 3, 2020 by
ऊना। मैड़ी में सुप्रसिद्ध होला मोहल्ला मेले (Hola Mohalla fair) का आगाज आज से हो गया है। ऊना जिले के उपमंडल अंब के मैड़ी में दस दिवसीय सुप्रसिद्ध होला मोहल्ला मेले में श्रद्धा और आस्था का संगम देखने को मिल रहा है। विश्वविख्यात इस मेले में देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालुओं (Devotees) का आगमन शुरू हो गया है। श्रद्धालुओं की आमद को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। उत्तरी भारत के सुप्रसिद्ध धार्मिक स्थल डेरा बाबा बड़भाग सिंह में होला मोहल्ला मेला बहुत ही श्रद्धापूर्वक शुरू हो गया है। मेले के मद्देनजर पूरे इलाके को दुल्हन की तरह सजाया गया है।
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12 मार्च तक मनाए जाने वाले इस दस दिवसीय मेले के पहले दिन श्रद्धालुओं का खूब जनसैलाब उमड़ा। होला मोहल्ला मेला हर वर्ष फाल्गुन के विक्रमी महीने में पुर्णिमा के दिन आयोजित किया जाता है। दस दिनों तक मनाए जाने वाला यह मेला देश ही नहीं अपितु विदेश में भी खासा प्रसिद्ध है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल तथा देश के अन्यों हिस्सों से लाखों की तादाद में श्रद्धालु इस मेले में शरीक होने के लिए आते है। सिख गुरु अर्जुन देव जी के बंशज बाबा राम सिंह सोढ़ी और उनकी धर्मपत्नी माता राजकौर के घर में जन्मे बाबा बड़भाग सिंह जी इसी स्थान पर तप किया था। डेरा बाबा बड़भाग सिंह जी के मंजी साहिब के संचालक संत स्वर्णजीत सिंह ने मेले के आरंभ होने पर संगतों को बधाई दी और युवा पीढ़ी से गुरू के बताये मार्ग पर चलने का आह्वान किया।
डेरा बाबा बड़भाग सिंह मैड़ी में ही चरणगंगा बहती है जहां पर स्नान करने से श्रद्धालुओं के कष्ट दूर होते हैं और भूत प्रेत का साया हट जाता है। बताया जाता है कि बाबा बड़भाग सिंह जी मैड़ी में तप के दौरान इसी चरणगंगा में स्नान करते थे। चरणगंगा के महंत शादी लाल गोस्वामी ने बताया कि पौराणिक कथाओं के अनुसार अज्ञातवास के दौरान पांडवों की पत्नी द्रौपदी ने इसी स्थान पर स्नान किया था। वहीं, श्रद्धालुओं की आमद को देखते पुलिस द्वारा सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद की गई है। मेला क्षेत्र को दस सैक्टरों में बांटा गया है तथा प्रत्येक सैक्टर में एक-एक सैक्टर मैजिस्ट्रेट तथा एक-एक पुलिस अधिकारी की नियुक्ति की गई है तथा मेले में 1200 के करीब पुलिस और होमगार्ड के जवानों की तैनाती की गई है।
असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए मेला क्षेत्र में जगह जगह पर सीसीटीवी कैमरा भी स्थापित किए गए है। वहीं मेला के लिए डॉग स्कवायड, बम निरोधक दस्ते के साथ साथ सादी वर्दी में जवान भी तैनात किए गए है। एडीसी ऊना अरिंदम चौधरी ने बताया कि मेले के दौरान साफ-सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए पहले के मुकाबले अधिक शौचालय बनाये गए है और सफाई कर्मी भी तैनात किये गए है। वहीँ श्रद्धालुओं की मूलभूत का ध्यान रखा जा रहा है।
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