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Shivaratri : बम बम भोले के जयकारों से गूंजे हिमाचल के शिव मंदिर, उमड़ा श्रद्धा का जन सैलाब
हिमाचल अभी अभी। हिमाचल प्रदेश में आज शिवरात्रि (Shivaratri) का महा पर्व बड़े ही धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस दौरान प्रदेश भर के शिवालयों बम बम भोले के जयकारों से गूंज उठे और शिव मंदिरों (Shiva temples) में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। प्रदेश भर में शिवालयों में सुबह 6 बजे से भक्तों ने लंबी-लंबी कतारों में खड़े होकर भगवान भोले नाथ के शिवलिंग पर दूध दही मक्खन व भेलपत्र पुष्प अर्पितकर पूजा अर्चना की। यह सिलसिला शाम तक चलता रहा। इस दौरान मंदिरों में भजन कीर्तन से माहौल भक्तिमय बना रहा। बता दें कि हिमाचल के मंडी जिला में अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव (International Shivaratri Festival) मनाया जाता है। शिवरात्रि के अगले दिन से इसकी शुरूआत होती है। मंडी का यह 7 दिवसीय शिवरात्रि महोत्सव आज जिला या प्रदेश स्तर पर नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुका है। इसकी सही शुरूआत की तो किसी को जानकारी नहीं, लेकिन यह सच है कि शिवरात्रि महोत्सव का मंडी रियासत के राज परिवार के साथ गहरा नाता है। देव कमरूनाग के मंडी पहुंचने के साथ ही इस महोत्सव की शुरूआत मानी जाती है। यह शिवरात्रि से एक दिन पहले मंडी पहुंचते हैं। शिवरात्रि वाले दिन राज माधव राय मंदिर से बाबा भूतनाथ मंदिर तक शोभायात्रा निकलती है और उपरांत इसके भूतनाथ मंदिर में हवन होता है। उससे अगले दिन भव्य शोभायात्रा के साथ महोत्सव का शुभारंभ होता है।
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ऊना में लोगों ने भोलेनाथ का लिया आशीर्वाद
ऊना। जिला ऊना में महाशिवरात्रि का पर्व बहुत ही श्रद्धा और आस्था के साथ धूमधाम से मनाया गया। ऊना जिला के शिवालयों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ना शुरू हो गई थी, वहीं जिला ऊना के ऐतिहासिक शिव मंदिरों में हिमाचल ही नहीं बल्कि पंजाब, हरियाणा और दिल्ली से आये श्रद्धालुओं ने भी शीश नवाया। शिवरात्रि के अवसर पर ऊना के साथ लगते पांडव काल में निर्मित बनौड़े महादेव मंदिर में तालाब पर डाला गया झूला पुल श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रहा और श्रद्धालुओं ने मंदिर में पहुंच पूजा अर्चना कर भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त किया। जिला में स्थित ऐतिहासिक शिव मंदिरों में गुरु द्रोणाचार्य की तपोभूमि के रूप में प्रसिद्ध गगरेट के शिवबाड़ी, चताड़ा में बनौड़े महादेव व अद्र्धनारीश्वर, तलमेहड़ा स्थित सदाशिव ध्यूंसर महादेव और भगवान् शिव की 81 फ़ीट ऊंची प्रतिमा वाले महादेव मंदिर कोटला कलां में सुबह भौर फूटने से पहले ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारे लगना शुरू हो गई थी।
शिवरात्रि महापर्व पर बिजली महादेव में उमड़ा आस्था का जनसैलाब
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कुल्लू। देवभूमि कुल्लू जिला में सभी शिव मंदिरों के हजारों भक्तों ने शिवलिंग की पूजा अर्चना की। देवों के देव बिजली महादेव के मंदिर में सुबह 6 बजे से भक्तों की लंबी लंबी कतारों में खड़े होकर भगवान भोले नाथ के शिवलिंग पर दूध दही मक्खन व भेलपत्र पुष्प अर्पितकर पूजा अर्चना की। बिजली महादेव के परागण में भक्तों में शिव शंकर की जयघोष किया। पूरे जिला में शिवरात्री के त्यौहार की धूम है कुल्लू जिला के गांव गांव में भोलेनाथ व माता पार्वती गुणगान किया जा रहा है। कुल्लू जिला की ऊंची पहाड़ी में 7870 फीट की ऊंचाई पर बिजली महादेव मंदिर के अंदर स्थापित शिवलिंग में पुष्पएभेलपत्र की हार बनाकर सजाया गया है जिसके चौंसर का नाम दिया गया है।
सोलन में लोगों ने कतारों में लग कर की पूजा अर्चना
सोलन। शिवरात्री के पावन पर्व पर जहा सोलन के सभी शिवालय मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालू शिव भगवान की पुजा अर्चना करने के लिए लंबी लंबी कतारों में खडे होकर अपनी पारी का इंतजार करते देखे गए। वहीं जिला सोलन के कोरो पंचायत के पटटाघाट में प्रचीन शिव गुफा स्थित है। कोरो गांव के पट्टाघाट में शिव टांक नमक साथ पर यह शिव गुफा है। विशेष बात यह है कि इसे बनाया नही गया है बल्कि यह बहुत प्राचीन प्राकृतिक गुफा है। मान्यता है कि यहां स्वयं शिवलिंग प्रकट हुए थे। शिवरात्री के अवसर पर यहां ग्रामीणों द्वारा विशेष आयोजन किया जाता है और दुर्गम रास्ता होने के बावजूद काफी संख्या में श्रद्वालु यहां पहुंचे हैं। शिवरात्री के अवसर पर फलाहार की भी व्यवस्था की गई है।
हमीरपुर में कोविड प्रोटोकाल के तहत की पूजा
हमीरपुर। जिला हमीरपुर में पांडव काल के इतिहास से जुडा हुआ गसोता महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर सुबह तड़के से ही भक्तजनों ने लंबी लंबी लाइनों में लगकर स्वयं भू शिवलिंग की पूजा अर्चना की। वहीं मंदिर में कोविड प्रोटोकाल के तहत लोगों ने मास्क लगाए रखे और कोविड गाइडलाइन का भी पालन किया। दोपहर तक मंदिर के बाहर लंबी लंबी लाइनों में लगकर श्रद्धालुओं ने गसोता महादेव में पिंडी के दर्शन किए।