-
Advertisement
मां लक्ष्मी का ये सबसे प्रसिद्ध मंदिर, दिवाली पर भक्तों का लगता है तांता
दिवाली (Diwali) आने में बस चंद दिन बाकि है। दिवाली के दिन कई मंदिरों (Temples) में भक्तों की भारी भीड़ लगती है। आज हम आपको मां लक्ष्मी (Maa Lakshami) के ऐसे ही एक प्रसिद्ध मंदिर के बारे में बताएंगे जहां दिवाली पर लाखों की संख्या में लोग आते है। भक्त (Devotees) धन की देवी के मंदिर आकर सुख-समृद्धि की कामना करते हैं। इस दिन माता को बत्तीस मुखी कमल पुष्प चढ़ता है और कई लोगों को माता की सवारी उल्लू के दर्शन भी होते हैं।
मध्यप्रदेश में मौजूद है ये प्राचीन मंदिर
माता लक्ष्मी का ये प्रसिद्ध प्राचीन मंदिर मध्यप्रदेश (MP) के खरगोन जिला मुख्यालय से करीब 18 किलोमीटर दूर ऐतिहासिक नगरी ऊन में मौजूद है। मान्यता है कि देवी महालक्ष्मी का यह मंदिर मध्यप्रदेश का सबसे प्राचीन और एकमात्र मंदिर है। इसी साल नवरात्रि में कई वर्षों बाद जब माता ने अपना छोला छोड़ा तब सभी भक्तों को माता की छह भुजाओं वाली प्रतिमा के दर्शन हुए। माना जाता है कि सच्चे मन से मां की पूजा की कामना की जाए तो वह जरूर पूर्ण होती है।
यह भी पढ़े:भारत के कुछ ऐसे मंदिर, जिनके रहस्य जानने में साइंस भी फेल
तीन रूपों में दर्शन देती है मां
महालक्ष्मी मंदिर (MahaLakshmi Temple) में कमल पुष्प पर विराजमान माता के छः हाथ है। यहां के पुजारी का कहना है कि माता यहां दिन में तीन रूपों में दर्शन देती है। सुबह बाल, दोपहर में युवा और शाम को वृद्ध अवस्था में दर्शन होते है। मान्यता है कि मां को बत्तीस मुखी कमल पुष्प दिवाली पर कई सालों से चढ़ाए जाते हैं। हालांकि अब यहां के तालाब में फूल खिलना बंद हो गए हैं लेकिन फिर भी मां को सफेद और गुलाबी कमल चढ़ाएं जाते है।