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महिला को रेत में मिली ऐसी बेशकीमती चीज, रातोंरात बन गई करोड़पति
Last Updated on March 6, 2021 by
किस्मत कब, कहां और कैसे पलट जाए कोई नहीं बता सकता। ऐसा ही कुछ हुआ थाईलैंड (Thailand) में रहने वाली एक महिला के साथ। उसकी किस्मत रातोंरात पलट गई और उसको पता भी नहीं चला। महिला को समुद्र तट पर टहलते हुए एक बेशकीमती चीज दिखी जिसने उसकी जिंदगी बदल दी और वह रातोंरात करोड़पति बन गई। 49 साल की सिरिपोर्न न्यूमरीन जब नाखोन सी थम्मारत के तट पर टहल रही थीं तभी उसको रेत में एक अजीब सी चीज दिखाई दी।
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https://twitter.com/catastrofesmun/status/1367334957048340486
निमरीन ने देखा कि गांठ में मछली जैसी गंध आ रही थी और यह सोचकर कि यह किसी चीज के लायक हो सकती है वह उसे अपने साथ घर ले गई। जब वह घर पहुंची तो निमरीन ने अपने पड़ोसियों से उस वस्तु की पहचान करने में मदद मांगी। उसे बताया गया कि वह गांठ वास्तव में व्हेल उल्टी थी, जिसे एम्बरग्रीस भी कहा जाता है। 12 इंच चौड़ी और 24 इंच लंबी गांठ वाले एम्बरग्रीस का अनुमानित मूल्य 1.86 लाख पाउंड यानी लगभग, 1.8 करोड़ रुपए है। एम्बरग्रीस की प्रामाणिकता (Authenticity) की जांच करने के लिए निमरीन ने इसे लौ में रखा जिससे इसका हिस्सा ठंडा होने के बाद फिर से पिघल और कठोर हो गया। महिला अब इसके लिए अच्छे ग्राहक की तलाश में है क्योंकि इसके बाद इस महिला की जिंदगी बदलने वाली है।
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जानिए क्या होता है एम्बरग्रीस –
एम्बरग्रीस (Ambergris) को कई वैज्ञानिक व्हेल की उल्टी बताते हैं तो कई इसे मल बताते हैं। यह व्हेल के शरीर के निकलने वाला अपशिष्ट होता है जो कि उसकी आंतों से निकलता है और वह इसे पचा नहीं पाती है। कई बार यह पदार्थ रेक्टम के ज़रिए बाहर आता है, लेकिन कभी-कभी पदार्थ बड़ा होने पर व्हेल इसे मुंह से उगल देती है। वैज्ञानिक भाषा में इसे एम्बरग्रीस कहते हैं। यह व्हेल के शरीर के अंदर उसकी रक्षा के लिए पैदा होता, ताकि उसकी आंत को स्क्विड (एक समुद्री जीव) की तेज़ चोंच से बचाया जा सके। आम तौर पर व्हेल समुद्र तट से काफी दूर ही रहती हैं, ऐसे में उनके शरीर से निकले इस पदार्थ को समुद्र तट तक आने में कई साल लग जाते हैं। सूरज की रोशनी और नमकीन पानी के संपर्क के कारण यह अपशिष्ट चट्टान जैसी चिकनी, भूरी गांठ में बदल जाता है, जो मोम जैसा महसूस होता है। एम्बरग्रीस की गंध शुरुआत में तो किसी अपशिष्ट पदार्थ की ही तरह होती है, लेकिन कुछ साल बाद यह बेहद मीठी हल्की सुगंध देता है। यह इत्र के उत्पादन में प्रयोग किया जाता है और इस वजह से काफी कीमती होता है। इसकी वजह से इत्र की सुगंध काफी समय तक बनी रहती है। इसी वजह से वैज्ञानिक एम्बरग्रीस को तैरता सोना भी कहते हैं।