-
Advertisement

1947 से भारत में नहीं हैं एक भी चीता, जानिए किसने किया था आखिरी शिकार
जैसा कि हम सब जानते हैं कि चीता सबसे ज्यादा तेज दौड़ने वाला जानवर है। आपको ये जानकर हैरानी होगी की साल 1947 में भारत में एक भी चीता (Cheetah) नहीं है। हालांकि, अब भारत से विलुप्त हुए इस जानवर को भारत में वापस लाया जाएगा। देश के पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) मध्यप्रदेश में चीता प्रोजेक्ट की शुरुआत करेंगे।
यह भी पढ़ें:दुनिया की सबसे अनोखी गुफा, यहां सोने के लिए आते हैं लोग
बता दें कि 17 सितंबर को पीएम नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में चीता प्रोजेक्ट का शुभारंभ करेंगे। इस दौरान नामीबिया से लाए गए आठ चीता को जंगल में छोड़ा जाएगा। इन चीता को दिल्ली से हवाई यात्रा के जरिए कुनो लेकर जाया जाएगा। इसके लिए नेशनल पार्क के पास आठ हेलीपैड भी तैयार किए गए हैं।

आखिरी चीता की कहानी
कहा जाता है कि मुगल शासक अकबर ने अपने शासन काल के दौरान करीब 1000 चीता संरक्षित कर रखे थे। अब 70 साल बाद भारत में चीता लाए जा रहे हैं। बताया जाता है कि हमारे देश में तीन आखिरी एशियाई चीता बचे थे, लेकिन कोरिया (वर्तमान में छत्तीसगढ़) के महाराजा रामानुज प्रताप सिंह देव ने 1947 में तीन चीता का शिकार किया था। इसके बाद साल 1952 में चीता को विलुप्त घोषित कर दिया गया था। साल 2009 में अफ्रीका से चीता लाने पर विचार किया गया था, लेकिन तब किसी कारण से चीता नहीं लाए गए। अब 2022 में विदेश से आठ चीता लाए जा रहे हैं।
Tags