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नई दिल्ली। ट्विटर ने अपने ऑफिशियल अकाउंट पर एक घोषणा की है। घोषणा में ये बताया गया है कि तीन साल के बाद ट्विटर वेरिफिकेशन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है। वेरिफिकेशन पॉलिसी को 20 जनवरी तक लॉन्च किया जा रहा है। ट्विटर यूजर्स के इनपुट्स के आधार पर नई वेरिफिकेशन पॉलिसी(New Verification Policy) में कई बदलाव कर रहा है। ऐसे में 20 जनवरी से ट्विटर इस्तेमाल करते समय यूजर को सतर्क रहना पड़ेगा, क्योंकि ट्विटर(Twitter) की पॉलिसी के उल्लंघन पर ऑटोमेटिकली वेरिफिकेशन बैज(Verification Badge) यानि ब्लू टिक मार्क हटा दिया जाएगा। साथ ही इन अकाउंट पर निगरानी रखी जाएगी।
बता दें कि ट्विटर अपने नियमों के वेरिफिकेशन प्रॉसेस में नए साल में सुधार करने जा रहा है। ट्वीटर ने तीन साल पहले ब्लू बैज देने वाली वेरिफिकेशन प्रॉसेस को आम पब्लिक के लिए बंद कर दिया था। हालांकि, पिछले महीने इसकी लॉन्चिंग का ऐलान किया गया है। ट्विटर नई पॉलिसी को लेकर यूजर को ऑटोमेटिकली इन ऐप से नोटिफिकेशन(Notification) मिलेगा, जिसमें नए नियमों को लेकर यूजर को जागरूक किया जाएगा। ट्विटर की तरफ से अपने नए वेरिफिकेशन प्रॉसेस के लिए लोगों से सुझाव मांगे गए थे। ऐसे में पिछले दो हफ्तों में ट्विटर को करीब 22,000 सर्वे रिस्पॉन्स मिले हैं। इसमें एकेडमिक, साइंटिस्ट(Scientist) और अध्यात्मिक कैटेगरी(Religious Category) बनाने का सुझाव मिला है और इस ओर काम कर रहा है।
ट्विटर द्वारा अपने ब्लॉग(Blog) में कहा है कि जो अकाउंट एक्टिव नहीं है या फिर जिनकी डिटेल अधूरी है, उन अकाउंट से वेरिफिकेशन बैज हटा दिया जाएगा। इसका सीधा-सीधा मतलब है कि जिन लोगों ने लंबे समय से Twitter का इस्तेमाल नहीं किया है या फिर जिन लोगों की मृत्यु हो गई है, उनके ट्विटर अकाउंट(Twitter Account) को हटा दिया जाएगा। नई पॉलिसी के तहत अगर किसी अकाउंट को नियमों का उल्लंघन करता पाया गया, तो उसका वेरिफिकेशन हटा दिया जाएगा। यानि यूजर को 20 जनवरी से ट्वीट करते वक्त सावधान रहना चाहिए। 20 जनवरी से फर्जी और हिंसा (Voilence) फैलाने वाले और सेक्शुअल ट्वीट करने से बचना ही सही रहेगा।
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