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फर्जी आईजी बन अवैध वसूली मामले में हरियाणा पुलिस के दो जवान गिरफ्तार
Last Updated on February 10, 2022 by Vishal Rana
शिमला। फर्जी आइजी (Fake IG) बन हिमाचल के उद्योगपतियों से अवैध वसूली (Illegal Recovery) मामले की जांच कर रही एसआईटी को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। इस मामले में कई दिन से फरार हरियाणा पुलिस (Haryana Police)के दो जवानों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। हालांकि उन्हें गिरफ्तार (Arrest) कर लिया गया हैए लेकिन आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है। बताया जा रहा है कि इन्हें आज यानी गुरुवार को कोर्ट (Court) में पेश किया गया है। इन दोनों आरोपितों में एक पुलिस तो दूसरा जेल विभाग में कार्यरत है। आरोप है कि ये दोनों हिमाचल के औद्योगिक क्षेत्रों में मुख्य आरोपित और फर्जी आइजी हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले विनय अग्रवाल के लिए गनमैन का काम करते थे।
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हिमाचल के कालाअंब के उद्योगपति जगवीर की शिकायत (Complaint) पर इन्हें आरोपित बनाया गया है। यह दोनों कई दिन से एसआइटी की रडार पर थे, लेकिन इन लोगों ने अपने मोबाइल फोन बंद कर दिए थे, जिसके चलते इनकी लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही थी। यह लोग अपनी ड्यूटी पर भी नहीं जा रहे थे। सीआइडी की एक टीम इन पर पैनी निगाह रख रही थी। अवैध तरीके से गनमैन की ड्यूटी (Duty) देने के बदले कितनी घूस ली, इसका पता पूछताछ से ही चलेगा। हरियाणा पुलिस के इन दोनों आरोपित कर्मियों को गुरुवार को नाहन की कार्ट में पेश किया गया। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि अपराध कालाअंब में हुआ है। इन दोनों के अलावा कोई अधिकारी भी संलिप्त था या नहीं, इसकी भी जांच की जा रही है। मुख्य आरोपित विनय और उसका भाई संजीव अग्रवाल उत्तराखंड के हरिद्वार में फार्मा यूनिट चलाते हैं।
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क्या है मामला
विनय अग्रवाल पर आरोप है कि वह आइबी के फर्जी आइजी के तौर पर अपनी पहचान बताता था। वह केंद्र सरकार का अधिकारी बनकर औद्योगिक क्षेत्रों से जबरन धन वसूली करता था। उसके साथ सुरक्षा कर्मी रहते थे, इस कारण उद्योगपति भी उस पर भरोसा कर लेते थे। शिकायत के आधार पर सीआइडी ने पिछले महीने शिमला के थाना भराड़ी में केस दर्ज किया। इस मामले की गहनता से जांच के लिए डीजीपी संजय कुंडू ने एसआइटी गठित की है। इसके अध्यक्ष एसपी साइबर क्राइम रोहित मालपानी हैं। इसमें एसपी आर्थिक अपराध विंग गौरव सिंह समेत साइबर क्राइम व क्राइम ब्रांच के जांच में माहिर अधिकारियों, कर्मियों को शामिल किया गया है। अभी मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी नहीं की गई है।
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