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Pithoragarh में बारिश से तबाही : दो घर जमींदोज, मां-बेटे के साथ 47 मवेशी दबे, एक की मौत
Last Updated on July 27, 2020 by
पिथौरागढ़। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ (Pithoragarh) में बारिश ने एक बार फिर तबाही मचाई है। बंगापानी तहसील के धामी गांव में दो घर जमींदोज हो गए। हादसे में मां-बेटे के साथ 47 मवेशी भी मलबे में दब गए हैं। बेटे का शव बरामद कर लिया गया है वहीं, मां की तलाश में रेस्क्यू अभियान जारी है। वहीं, मुनस्यारी तहसील के भुजगड़ नदी घाटी के गूटी गांव में मकान पर चट्टान गिरने से एक महिला की मौत हो गई है। ग्राम प्रधान देवकी बिष्ट के अनुसार बासबगड़ घाटी के गूटी गांव में मकान पर चट्टान गिरने से जानकी देवी 37 वर्ष पत्नी भूपाल सिंह की मौत हो गई है। तल्ला भैसकोट में दया राम के मकान पर मलबा और पत्थर गिरे। हादसे में मकान क्षतिग्रस्त हो गया। परिवार के चार लोगों की जान बाल-बाल बच गई हैं। वहीं बंगापानी में घटना की सूचना मिलते राजस्व, पुलिस और एसडीआरएफ की टीम घटना स्थल के लिए रवाना हो गई है। उप जिला अधिकारी धारचूला एके शुक्ला भी धारचूला से घटना स्थल के लिए रवाना हो गए हैं। जिलाधिकारी डॉ विजय कुमार जोगदण्डे ने तत्काल राहत एवं बचाव कार्य के निर्देश संबंधितों को दिए हैं।
तहसील बंगापानी धामी गांव के भ्यौला तोक में रात की इस घटना का ग्रामीणों को भी पता नहीं चला। सोमवार सुबह जब ग्रामीण जागे तो देखा कि भ्योला तोक में भारी भूस्खलन (Landslide) हुआ था । वहां पर स्थित मकान का नामो निशान नहीं था। मकान में रह रहे दो लोगों सहित पालतू मवेशी लापता थे। ग्रामीणों के अनुसार लापता व्यक्तियों में विशना देवी 55 वर्ष पत्नी हयात सिंह, जवाहर सिंह 30 वर्ष हैं। यह गांव गोरी नदी से दो किमी दूर स्थित है। वहीं, मुनस्यारी के तल्ला जोहार में उफनाई भुजगड़ नदी का कहर जारी है। नदी के कटाव से जगदीश बिष्ट का मकान बहने के कगार पर आ गया है। जबकि सौ परिवार खतरे में हैं। जगदीश के परिवार सहित कुछ परिवारों को प्रशासन ने शिफ्ट कर दिया है। पिछले रविवार को भी भारी बारिश के कारण बंगापानी तहसील के गैला और टांगा गांव में भारी तबाही मची थी। पहाड़ से मलबा आने के कारण कई घर ध्वस्त हो गए थे। गैला गांव में तीन लोगों की मौत हो गई थी तो पांच घायल हो गए थे जबकि टांगा में 11 लोग मलबे दब गए थे। जिनमें नौ का शव मलबे से बरामद कर लिया गया है। दो की तलाश अब भी जारी है।