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लाहुल से हुई दो रेस्क्यू फ्लाइट, गर्भवती महिला सहित 18 किए एयरलिफ्ट
Last Updated on August 1, 2021 by Sintu Kumar
केलांग। लाहुल-स्पीति (Lahaul-Spiti)में बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात से उपजी स्थिति के बीच आखिर आज दो रेस्क्यू फ्लाइट (Two rescue flights) हो ही गई। आज 18 लोगों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से रेस्क्यू किया गया, जिसमें एक गर्भवती महिला भी शामिल रहीं। प्रदेश सरकार के नए हेलीकॉप्टर की ये पहली फ्लाइट थी जिसे लाहुल घाटी में रेस्क्यू ऑप्रेशन में उपयोग किया गया। बारिंग से तान्दी डाइट, वापस बारिंग और फिर बारिंग से तान्दी डाईट के लिए ये फ्लाइट रही। डीसी लाहुल-स्पीति नीरज कुमार (DC Lahaul-Spiti Neeraj Kumar)ने कहा कि आज 18 लोगों को इन फ्लाइट के जरिए तान्दी हेलीपैड पहुंचाया गया। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार उदयपुर क्षेत्र में फंसे सभी लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है। उपमंडलीय प्रशासन को हिदायत दी गई है कि विशेष तौर से ये जानकारी जुटाई जाए कि कोई ट्रेकर शेष तो नहीं जो अभी भी कहीं रुका तो नहीं। इसी तरह झूले से दोपहर तक 50 लोगों को रेस्क्यू करके बस से मनाली पहुंचाया गया। उन्होंने बताया कि उदयपुर क्षेत्र में मोबाइल कनेक्टिविटी भी बहाल हो गई है।
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सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने भी आज लाहुल घाटी में हुए नुकसान का हवाई सर्वेक्षण किया। सीएम ने कहा कि कि क्षेत्र में भारी बारिश के कारण काफी नुकसान हुआ है, इसकी भरपाई के लिए राज्य सरकार प्राथमिकता से कदम उठा रही है। सीएम ने स्थानीय प्रशासन को सभी प्रभावित परिवारों सहित फंसे हुए पर्यटकों को जल्द निकालने एवं हरसंभव सहायता प्रदान करने के निर्देश भी दिए हैं। एक और फ्लाइट तान्दी से तिंगरिट के बीच हुई और इस दौरान कैबिनेट मंत्री राम लाल मार्कंडेय (Cabinet Minister Ram Lal Markanda) मयाड़ घाटी (Mayad Valley) में भारी बारिश और बाढ़ के चलते हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि ये क्षेत्र भी काफी प्रभावित हुआ है। सीएम जयराम ठाकुर के लाहुल दौरे के दौरान उनके ध्यान में भी पट्टन और मयाड़ वैली में हुए नुक्सान का ब्योरा रखा गया। उन्होंने लोक निर्माण, जल शक्ति, बिजली बोर्ड, कृषि और बागवानी क्षेत्र में हुए नुक्सान की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। पट्टन वैली (Pattan Valley) में स्पैन के निर्माण के निर्देश दिए गए हैं ताकि सड़क की पूरी बहाली तक किसानों को वैकल्पिक सुविधा मिल सके। बताया गया है कि 31 जुलाई को 21 ट्रेकरों की टीम के अलावा लगभग 45 अन्य लोगों को भी जोबरंग, लिंगर और रावा से होते हुए रेस्क्यू किया गया। वे सभी भी अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गए हैं। रेस्क्यू ऑप्रेशन के दौरान कैबिनेट मंत्री डॉ रामलाल मारकंडा भी मौजूद रहे और उन्होंने रेस्क्यू किए कुछ लोगों से बात भी की थी।