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H3N2 को लेकर ऊना अलर्ट, स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी
ऊना। हिमाचल प्रदेश में H3N2 इनफ्लुएंजा का पहला सामने आया है। कांगड़ा की एक बच्ची H3N2 इनफ्लुएंजा से संक्रमित पाई गई है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से हरकत में आ गया है। प्रदेश के सीमांत जिला ऊना में विभाग के अधिकारियों ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों और कर्मचारियों को दिशा निर्देश जारी करते हुए H3N2 के साथ-साथ कोविड-19 की टेस्टिंग बढ़ाने के लिए भी आदेश दिए हैं। हालांकि कोविड-19 के जिला में अभी तीन एक्टिव केस है जबकि इनफ्लुएंजा का अभी कोई भी मामला सामने नहीं आया है। लेकिन भविष्य में इस तरह के मामलों की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस के तहत कसरत शुरू कर दी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मंजू बहल खुद इस मामले पर नजर रखे हुए हैं।
ऊना में कोरोना के वर्तमान में तीन एक्टिव मामला
ऊना की सीएमओ डॉ मंजू बहल का कहना है कि एक तरफ जहां स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को प्रदेश सरकार की गाइड लाइन के अनुसार निर्देश जारी किए हैं ,वहीं साथ ही साथ जिला वासियों को भी कोविड-19 और इन्फ्लूएंजा दोनों से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के मानक का पालन करने और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनकर ही जाने की हिदायत जारी की गई है। उन्होंने कहा कि फिलहाल जिला में कोविड-19 के केवल मात्र तीन एक्टिव केस है जबकि इन्फ्लूएंजा का अभी तक कोई केस रिपोर्ट नहीं किया गया है। लेकिन प्रदेश का सीमांत जिला होने के चलते यहां पर एहतियात अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक रहती है। जिसके चलते जिला में स्वास्थ्य विभाग ने कोविड-19 और इन्फ्लूएंजा की रोकथाम के लिए टेस्टिंग बढ़ाने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति में सर्दी खांसी जुकाम आदि के लक्षण पाए जाने पर कोविड-19 या फिर इन्फ्लूएंजा के टेस्टिंग को सुनिश्चित किया जाएगा। गौरतलब है कि प्रदेश के कांगड़ा जिला में महज ढाई माह के बच्चे में इनफ्लुएंजा की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है।