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#Uttarakhand: बिजली के खंभे के पास पेशाब कर रहे मज़दूर की करंट की चपेट में आने से मौत
देहरादून। पहाड़ी राज्य उत्तराखंड (Uttarakhand) की राजधानी देहरादून में गुरुवार शाम एक दर्दनाक हादसा पेश आया, जिसमें एक मजदूर की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, देहरादून में गुरुवार शाम एक बिजली के खंभे के पास पेशाब कर रहा 37-वर्षीय मज़दूर कथित तौर पर करंट (Electric Current) की चपेट में आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हफ्ते भर के भीतर करंट की चपेट आने से मौत (Death) का यह दूसरा मामला है। रायपुर पुलिस के प्रभारी अमरजीत रावत ने कहा कि मृतक की पहचान राजवीर सिंह के रूप में हुई है, जो एक मजदूर था। उन्होंने मामले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि शाम 6 बजे के आसपास, हमें जानकारी मिली कि करंट की चपेट में आने के कारण एक मजदूर की मौत हो गई।
शुरू कर दी गई है मामले की जांच
उन्होंने बताया कि हम तुरंत वहां पहुंचे और पता चला कि वह एक बिजली के खंबे के पास पेशाब करने गया था जहां पर उसे बिजली के खंबे से करंट लग गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। रावत ने कहा कि मृतक उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद का रहने वाला है और देहरादून में मजदूर के रूप में काम करता था। हमने शव को मोर्चरी में भेज दिया है। शुक्रवार को शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा। वहीं, इस मामले को लेकर उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) के मुख्य अभियंता गढ़वाल ज़ोन रजनीश अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने शुक्रवार तक रिपोर्ट देने के लिए संबंधित क्षेत्र के अधीक्षण अभियंता (एसई) को निर्देश दिया है।
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उन्होंने कहा कि एसई खुद घटनास्थल पर गए हैं और सुबह तक वे मुझे इस बारे में अवगत कराएंगे कि वास्तव में वहां क्या हुआ था और क्या मजदूर के मौत का कारण बना। उनकी रिपोर्ट के आधार पर मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले 25 सितंबर को, नैनीताल जिले के हल्द्वानी क्षेत्र में उस पर एक हाई-टेंशन तार गिरने से एक शख्स की मौत हो गई थी। जिसके बाद 27 सितंबर को, इस घटना का संज्ञान लेते हुए, सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मामले की जांच के आदेश दिए। जांच के बाद, राज्य सरकार ने 30 सितंबर को यूपीसीएल के पांच अधिकारियों को उनके कर्तव्यों के निष्कासन के लिए निलंबित करने के आदेश जारी किए।